शाजापुर: सुहाग पड़वा पर राजराजेश्वरी मंदिर में उमड़ी भीड़:महिलाओं ने वैवाहिक सुख-समृद्धि और पति की दीर्घायु की कामना की
शाजापुर: सुहाग पड़वा पर राजराजेश्वरी मंदिर में उमड़ी भीड़:महिलाओं ने वैवाहिक सुख-समृद्धि और पति की दीर्घायु की कामना की
शाजापुर में सुहाग पड़वा पर्व पर बुधवार को प्राचीन मां राजराजेश्वरी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। विशेष रूप से विवाहित महिलाओं ने अपने वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि और पति की दीर्घायु के लिए माता के दर्शन कर कामना की। मंदिर परिसर में सुबह 7 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। दिनभर भक्त दर्शन के लिए आते रहे, जिससे मंदिर में आस्था का माहौल बना रहा। सुहाग पड़वा पर्व को देश के विभिन्न हिस्सों में गोवर्धन पूजा, अन्नकूट या बलि प्रतिपदा जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। विवाहित महिलाओं के लिए इसका विशेष महत्व होता है। महिलाएं नए वस्त्र पहनकर, हाथों में मेहंदी और चूड़ियां सजाकर माता राजराजेश्वरी की पूजन-अर्चना करती दिखीं। इस अवसर पर पूरे शहर में भक्तिमय माहौल रहा। मंदिर परिसर मां के जयकारों और भक्ति गीतों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने इस पर्व को पूरे उत्साह और आस्था के साथ मनाया।
शाजापुर में सुहाग पड़वा पर्व पर बुधवार को प्राचीन मां राजराजेश्वरी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। विशेष रूप से विवाहित महिलाओं ने अपने वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि और पति की दीर्घायु के लिए माता के दर्शन कर कामना की। मंदिर परिसर में सुबह 7 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। दिनभर भक्त दर्शन के लिए आते रहे, जिससे मंदिर में आस्था का माहौल बना रहा। सुहाग पड़वा पर्व को देश के विभिन्न हिस्सों में गोवर्धन पूजा, अन्नकूट या बलि प्रतिपदा जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। विवाहित महिलाओं के लिए इसका विशेष महत्व होता है। महिलाएं नए वस्त्र पहनकर, हाथों में मेहंदी और चूड़ियां सजाकर माता राजराजेश्वरी की पूजन-अर्चना करती दिखीं। इस अवसर पर पूरे शहर में भक्तिमय माहौल रहा। मंदिर परिसर मां के जयकारों और भक्ति गीतों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने इस पर्व को पूरे उत्साह और आस्था के साथ मनाया।