नवविवाहिता की मौत में पति-सास-ननंद बने आरोपी:दहेज के लिए करते थे प्रताड़ित, दुखी होकर महिला ने दी थी जान
नवविवाहिता की मौत में पति-सास-ननंद बने आरोपी:दहेज के लिए करते थे प्रताड़ित, दुखी होकर महिला ने दी थी जान
इंदौर के राजेंद्र नगर में रहने वाली नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से हुई मौत के लगभग एक महीने बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। इस मामले में मृतका के मायके पक्ष ने पति, सास और ननंद पर आरोप लगाए थे। महिला के बयान का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें उसने सास और ननंद पर उसे जलाने का आरोप लगाया था। जांच के बाद एसीपी ने तीनों को आरोपी बनाया है। एसीपी निधि सक्सेना ने जांच के बाद 27 वर्षीय अलका वोकडे की मौत के मामले में उसके पति अजय, सास फूलवती और ननंद सीमा (निवासी बुद्धनगर) को आरोपी बनाया है। अलका को 8 अक्टूबर को गंभीर रूप से जलने के बाद पति, सास और देवर द्वारा चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 17 नवंबर को उसकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि पति, सास और ननंद आए दिन अलका को परेशान करते थे और कम दहेज को लेकर ताना-कसी करते थे। इसी प्रताड़ना के चलते अलका ने अपने कपड़ों में आग लगा ली थी। बहन के घर देवास जाने को लेकर हुआ विवाद 8 अक्टूबर को अलका अपनी बहन के घर देवास जाना चाहती थी, लेकिन सास ने इसकी अनुमति नहीं दी। दोनों के बीच बहस भी हुई। इसके बाद अलका गुस्से में रजाई ओढ़कर सो गई। बताया जाता है कि उसने प्रेस चालू कर रजाई पर रख दी थी। बाद में ससुराल पक्ष ने महाराष्ट्र में अलका के मायके वालों को फोन पर करंट लगने से जलने की बात बताई। अलका करीब 7 महीने की गर्भवती थी। उसकी शादी इसी साल 2025 में हुई थी। घटना के बाद पहले अलका ने प्रेस से जलने की बात कही थी, जबकि परिवार को मोबाइल पर भेजे बयान में उसने सास और देवर पर गंभीर आरोप लगाए थे।
इंदौर के राजेंद्र नगर में रहने वाली नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से हुई मौत के लगभग एक महीने बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। इस मामले में मृतका के मायके पक्ष ने पति, सास और ननंद पर आरोप लगाए थे। महिला के बयान का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें उसने सास और ननंद पर उसे जलाने का आरोप लगाया था। जांच के बाद एसीपी ने तीनों को आरोपी बनाया है। एसीपी निधि सक्सेना ने जांच के बाद 27 वर्षीय अलका वोकडे की मौत के मामले में उसके पति अजय, सास फूलवती और ननंद सीमा (निवासी बुद्धनगर) को आरोपी बनाया है। अलका को 8 अक्टूबर को गंभीर रूप से जलने के बाद पति, सास और देवर द्वारा चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 17 नवंबर को उसकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि पति, सास और ननंद आए दिन अलका को परेशान करते थे और कम दहेज को लेकर ताना-कसी करते थे। इसी प्रताड़ना के चलते अलका ने अपने कपड़ों में आग लगा ली थी। बहन के घर देवास जाने को लेकर हुआ विवाद 8 अक्टूबर को अलका अपनी बहन के घर देवास जाना चाहती थी, लेकिन सास ने इसकी अनुमति नहीं दी। दोनों के बीच बहस भी हुई। इसके बाद अलका गुस्से में रजाई ओढ़कर सो गई। बताया जाता है कि उसने प्रेस चालू कर रजाई पर रख दी थी। बाद में ससुराल पक्ष ने महाराष्ट्र में अलका के मायके वालों को फोन पर करंट लगने से जलने की बात बताई। अलका करीब 7 महीने की गर्भवती थी। उसकी शादी इसी साल 2025 में हुई थी। घटना के बाद पहले अलका ने प्रेस से जलने की बात कही थी, जबकि परिवार को मोबाइल पर भेजे बयान में उसने सास और देवर पर गंभीर आरोप लगाए थे।