इंदौर में दिव्यांग युवक ने की आत्महत्या:काम पर नही गया; शाम को परिजन आए तो फंदे पर लटका मिला
आजाद नगर में रहने वाले 18 वर्षीय पीयूष ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी। पीयूष हाथ से दिव्यांग था और इसी वजह से वह लंबे समय से तनाव में रहता था। परिवार ने बताया कि वह शनिवार को काम पर नहीं गया था। शाम को जब परिवार के लोग घर लौटे, तो उन्होंने पीयूष को फंदे पर लटका हुआ पाया। शाम को मिली जानकारी पुलिस के मुताबिक, पीयूष एलजी मार्केट में रोहन कलेक्शन नाम की दुकान पर काम करता था। शनिवार को वह दुकान पर नहीं गया। जब परिवार के लोग शाम को घर पहुंचे, तो घटना का पता चला। परिजन तुरंत उसे एमवाय अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामा के साथ रहता था पीयूष पीयूष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पिता की मौत के बाद वह अपनी मां और बहन के साथ मामा के घर पर रहता था। परिवार ने बताया कि पीयूष के दोनों हाथों में कमी थी, जिससे वह हमेशा मानसिक तनाव में रहता था। सुसाइड नोट नहीं मिला थाना प्रभारी नीरज मेंढा ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने उसके मोबाइल की भी जांच की, लेकिन उसमें कोई ऐसा विवरण नहीं मिला, जो आत्महत्या के कारण को स्पष्ट कर सके। पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिवार और दोस्तों से बातचीत कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर पीयूष ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
आजाद नगर में रहने वाले 18 वर्षीय पीयूष ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी। पीयूष हाथ से दिव्यांग था और इसी वजह से वह लंबे समय से तनाव में रहता था। परिवार ने बताया कि वह शनिवार को काम पर नहीं गया था। शाम को जब परिवार के लोग घर लौटे, तो उन्होंने पीयूष को फंदे पर लटका हुआ पाया। शाम को मिली जानकारी पुलिस के मुताबिक, पीयूष एलजी मार्केट में रोहन कलेक्शन नाम की दुकान पर काम करता था। शनिवार को वह दुकान पर नहीं गया। जब परिवार के लोग शाम को घर पहुंचे, तो घटना का पता चला। परिजन तुरंत उसे एमवाय अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामा के साथ रहता था पीयूष पीयूष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पिता की मौत के बाद वह अपनी मां और बहन के साथ मामा के घर पर रहता था। परिवार ने बताया कि पीयूष के दोनों हाथों में कमी थी, जिससे वह हमेशा मानसिक तनाव में रहता था। सुसाइड नोट नहीं मिला थाना प्रभारी नीरज मेंढा ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने उसके मोबाइल की भी जांच की, लेकिन उसमें कोई ऐसा विवरण नहीं मिला, जो आत्महत्या के कारण को स्पष्ट कर सके। पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिवार और दोस्तों से बातचीत कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर पीयूष ने ऐसा कदम क्यों उठाया।