कांग्रेस नेता का पोस्ट- बजरंग दल आतंकी संगठन:इंदौर में निगमकर्मियों और हिंदूवादियों के बीच अतिक्रमण हटाने का विवाद; देर रात 3 पर FIR भी

इंदौर में बुधवार सुबह नगर निगम कर्मचारियों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान दोनों तरफ से लाठी-डंडे चले थे। वहीं इस मामले में अब कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है, मध्य प्रदेश कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन डॉ अमीनल ख़ान सूरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है की बजरंग दल आतंकी संगठन है। बता दे कि, इस पूरे मामले में पुलिस ने 3 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज की है। इधर, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने निगम की टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमले के बाद भी मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका। घटना होने के बाद महापौर की तत्काल प्रतिक्रिया आना चाहिए थी और उन्हें खुद मौके पर पहुंचकर निगम की टीम का हौसला बढ़ाना चाहिए था। वहीं घटना पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा- नगर निगम का अमला शहर के विकास और जन सुविधाओं के लिए दृढ़ संकल्पित होकर अपनी जिम्मेदारी निभाता है। निगमकर्मियों पर किया गया हमला अनुचित है। मैंने मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। नगर निगम इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। जाने कब क्या हुआ सुबह 6 बजे - नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची। सुबह 9.30 बजे - वहां पहले से मौजूद बदमाशों ने हंगामा-मारपीट की, गाड़ियां फोड़ी। दावा किया गया कि इनमें से कुछ बजरंग दल से भी जुड़े हैं। दोपहर 12 बजे - घायल निगमकर्मियों को शैल्बी अस्पताल भेजा। निगम कमिश्रर शिवम वर्मा ने हॉस्पिटल पहुंचकर निगमकर्मियों का हाल जाना। हरसंभव मदद का भरोसा दिया। डॉक्टरों से कहा कि कर्मचारियों के इलाज में कोई भी कमी न आए। दोपहर 3 बजे - नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने महापौर से जवाब मांगा। कहा हमले के बाद भी मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका। घटना होने के बाद महापौर की तत्काल प्रतिक्रिया आना चाहिए थी और उन्हें खुद मौके पर पहुंचकर निगम की टीम का हौसला बढ़ाना चाहिए था। रात 8 बजे - दत्त नगर की जीवाराम गोशाला पर बुलडोजर चलाने के विरोध में पंचकुइया राममंदिर के संत राम गोपालदास महाराज, हरिशंकर स्वामी बंगलामुखी इंदौर समेत अन्य ने विरोध जताया। कहा- अगर गोशाला का पुनः निर्माण नहीं किया गया तो संत समाज सड़कों पर उतरेगा। रात 8 बजे - महापौर ने बयान जारी किया कि स्वच्छता के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। निगम कर्मियों पर हमला अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। पूरे घटना क्रम की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। रात 9 बजे - एफआईआर दर्ज की। 3 लोगों पर हुई एफआईआर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने निगम के वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी। इस पूरे बवाल के दौरान कुछ लोग घायल हुए थे। मामले में अन्नपूर्णा थाने में शाम को बजरंग दल के कार्यकर्ता विजय कालखोर, संजय महाजन और तेज सिंह राठौर के खिलाफ नामजद समेत अन्य पर FIR दर्ज की गई है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया यह था मामला नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने बताया की सुबह करीब साढ़े 7-8 बजे सत्यदेव नगर और दत्त नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। निगमकर्मी गौवंश को गाड़ियों में ले जा रहे थे। इसी बीच कुछ लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। निगमकर्मियों ने समझाया तो मारपीट करने लगे। डिप्टी कमिश्नर ने बताया- 3 लोगों को चोटें आई हैं। 4-5 गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है। जिन गौशालाओं पर कार्रवाई की गई है, उन्हें पहले भी नोटिस जारी किए जा चुके थे। निगमकर्मियों पर पशुओं से क्रूरता का आरोप लगाया विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री पप्पू गोचले ने कहा- निगम कर्मचारी गौवंश के साथ क्रूरता करते हैं। रस्सी से खींचकर, पूंछ मोड़कर उन्हें गाड़ियों में भरते हैं। आज भी ऐसा ही किया जा रहा था। एक गाड़ी में 7 पशुओं को लेकर जाने की अनुमति होती है लेकिन वे 15-20 पशुओं को ले जा रहे थे। हमने वहां जाकर विरोध किया तो निगमकर्मियों ने बदतमीजी की इसलिए बजरंग दल ने उनको उनकी भाषा में ही जवाब दिया। कमिश्रर ने हॉस्पिटल पहुंचकर निगमकर्मियों का हाल जाना नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा शेल्बी हॉस्पिटल पहुंचे और यहां भर्ती निगमकर्मियों से बातचीत कर उनका हाल जाना। हरसंभव मदद का भरोसा दिया। डॉक्टरों से कहा कि कर्मचारियों के इलाज में कोई भी कमी न आए। वहां मौजूद निगम कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए कमिश्नर वर्मा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया जाए वरना कर्मचारी संगठन कल हड़ताल पर रहेगा। इधर, कांग्रेस ने पूछा सीएम बताएं घोषणाएं फर्जी या ये कार्रवाई गलत कांग्रेस के प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा, 'महापौर पुष्पमित्र भार्गव घटना पर एफआईआर करवाने की बात कह रहे हैं, जबकि उन्हें शहर के पशुपालकों को स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी सरकार की मंशा और नीति क्या है?' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महासचिव राजेश चौकसे व गिरधर नागर ने कहा, 'गोवर्धन पूजन के दिन सीएम ने गो पालन और संवर्धन की बड़ी-बड़ी घोषणाएं कीं। जमीनी हकीकत अलग है।' उन्होंने कहा, 'आज जिस तरह नगर निगम के अमले के साथ मारपीट हुई, उससे निगम के कर्मचारियों का मनोबल टूटा है। इसके दोषी निगम अधिकारी और महापौर हैं। पशुपालक भी सीएम की घोषणाओं के बाद से असमंजस में हैं। इंदौर नगर निगम कमिश्नर कह रहे हैं कि कार्रवाई मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप की गई है। क्या शहरी सीमा में गोवंश संरक्षण के तहत 5 से 10 गाय पालने की घोषणा हवा-हवाई थी? सीएम बताएं कि उनकी घोषणाएं फर्जी थीं या इंदौर निगम की कार्रवाई गलत है?' यह खबर भी पढ़ें... सड़क पर चले लाठी-डंडे, गाड़ियों में तोड़फोड़:इंदौर में नगर निगम कर्मचारी और बजरंग दल कार्यकर्ता भिड़े; 3 आरोपियों पर केस दर्ज

कांग्रेस नेता का पोस्ट- बजरंग दल आतंकी संगठन:इंदौर में निगमकर्मियों और हिंदूवादियों के बीच अतिक्रमण हटाने का विवाद; देर रात 3 पर FIR भी
इंदौर में बुधवार सुबह नगर निगम कर्मचारियों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान दोनों तरफ से लाठी-डंडे चले थे। वहीं इस मामले में अब कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है, मध्य प्रदेश कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन डॉ अमीनल ख़ान सूरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है की बजरंग दल आतंकी संगठन है। बता दे कि, इस पूरे मामले में पुलिस ने 3 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज की है। इधर, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने निगम की टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमले के बाद भी मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका। घटना होने के बाद महापौर की तत्काल प्रतिक्रिया आना चाहिए थी और उन्हें खुद मौके पर पहुंचकर निगम की टीम का हौसला बढ़ाना चाहिए था। वहीं घटना पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा- नगर निगम का अमला शहर के विकास और जन सुविधाओं के लिए दृढ़ संकल्पित होकर अपनी जिम्मेदारी निभाता है। निगमकर्मियों पर किया गया हमला अनुचित है। मैंने मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। नगर निगम इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। जाने कब क्या हुआ सुबह 6 बजे - नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची। सुबह 9.30 बजे - वहां पहले से मौजूद बदमाशों ने हंगामा-मारपीट की, गाड़ियां फोड़ी। दावा किया गया कि इनमें से कुछ बजरंग दल से भी जुड़े हैं। दोपहर 12 बजे - घायल निगमकर्मियों को शैल्बी अस्पताल भेजा। निगम कमिश्रर शिवम वर्मा ने हॉस्पिटल पहुंचकर निगमकर्मियों का हाल जाना। हरसंभव मदद का भरोसा दिया। डॉक्टरों से कहा कि कर्मचारियों के इलाज में कोई भी कमी न आए। दोपहर 3 बजे - नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने महापौर से जवाब मांगा। कहा हमले के बाद भी मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका। घटना होने के बाद महापौर की तत्काल प्रतिक्रिया आना चाहिए थी और उन्हें खुद मौके पर पहुंचकर निगम की टीम का हौसला बढ़ाना चाहिए था। रात 8 बजे - दत्त नगर की जीवाराम गोशाला पर बुलडोजर चलाने के विरोध में पंचकुइया राममंदिर के संत राम गोपालदास महाराज, हरिशंकर स्वामी बंगलामुखी इंदौर समेत अन्य ने विरोध जताया। कहा- अगर गोशाला का पुनः निर्माण नहीं किया गया तो संत समाज सड़कों पर उतरेगा। रात 8 बजे - महापौर ने बयान जारी किया कि स्वच्छता के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। निगम कर्मियों पर हमला अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। पूरे घटना क्रम की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। रात 9 बजे - एफआईआर दर्ज की। 3 लोगों पर हुई एफआईआर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने निगम के वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी। इस पूरे बवाल के दौरान कुछ लोग घायल हुए थे। मामले में अन्नपूर्णा थाने में शाम को बजरंग दल के कार्यकर्ता विजय कालखोर, संजय महाजन और तेज सिंह राठौर के खिलाफ नामजद समेत अन्य पर FIR दर्ज की गई है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया यह था मामला नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने बताया की सुबह करीब साढ़े 7-8 बजे सत्यदेव नगर और दत्त नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। निगमकर्मी गौवंश को गाड़ियों में ले जा रहे थे। इसी बीच कुछ लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। निगमकर्मियों ने समझाया तो मारपीट करने लगे। डिप्टी कमिश्नर ने बताया- 3 लोगों को चोटें आई हैं। 4-5 गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है। जिन गौशालाओं पर कार्रवाई की गई है, उन्हें पहले भी नोटिस जारी किए जा चुके थे। निगमकर्मियों पर पशुओं से क्रूरता का आरोप लगाया विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री पप्पू गोचले ने कहा- निगम कर्मचारी गौवंश के साथ क्रूरता करते हैं। रस्सी से खींचकर, पूंछ मोड़कर उन्हें गाड़ियों में भरते हैं। आज भी ऐसा ही किया जा रहा था। एक गाड़ी में 7 पशुओं को लेकर जाने की अनुमति होती है लेकिन वे 15-20 पशुओं को ले जा रहे थे। हमने वहां जाकर विरोध किया तो निगमकर्मियों ने बदतमीजी की इसलिए बजरंग दल ने उनको उनकी भाषा में ही जवाब दिया। कमिश्रर ने हॉस्पिटल पहुंचकर निगमकर्मियों का हाल जाना नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा शेल्बी हॉस्पिटल पहुंचे और यहां भर्ती निगमकर्मियों से बातचीत कर उनका हाल जाना। हरसंभव मदद का भरोसा दिया। डॉक्टरों से कहा कि कर्मचारियों के इलाज में कोई भी कमी न आए। वहां मौजूद निगम कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए कमिश्नर वर्मा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया जाए वरना कर्मचारी संगठन कल हड़ताल पर रहेगा। इधर, कांग्रेस ने पूछा सीएम बताएं घोषणाएं फर्जी या ये कार्रवाई गलत कांग्रेस के प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा, 'महापौर पुष्पमित्र भार्गव घटना पर एफआईआर करवाने की बात कह रहे हैं, जबकि उन्हें शहर के पशुपालकों को स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी सरकार की मंशा और नीति क्या है?' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महासचिव राजेश चौकसे व गिरधर नागर ने कहा, 'गोवर्धन पूजन के दिन सीएम ने गो पालन और संवर्धन की बड़ी-बड़ी घोषणाएं कीं। जमीनी हकीकत अलग है।' उन्होंने कहा, 'आज जिस तरह नगर निगम के अमले के साथ मारपीट हुई, उससे निगम के कर्मचारियों का मनोबल टूटा है। इसके दोषी निगम अधिकारी और महापौर हैं। पशुपालक भी सीएम की घोषणाओं के बाद से असमंजस में हैं। इंदौर नगर निगम कमिश्नर कह रहे हैं कि कार्रवाई मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप की गई है। क्या शहरी सीमा में गोवंश संरक्षण के तहत 5 से 10 गाय पालने की घोषणा हवा-हवाई थी? सीएम बताएं कि उनकी घोषणाएं फर्जी थीं या इंदौर निगम की कार्रवाई गलत है?' यह खबर भी पढ़ें... सड़क पर चले लाठी-डंडे, गाड़ियों में तोड़फोड़:इंदौर में नगर निगम कर्मचारी और बजरंग दल कार्यकर्ता भिड़े; 3 आरोपियों पर केस दर्ज