गोहत्या के विरोध में बंद रहा बालाघाट:जनसभा के बाद विहिप ने सौंपा ज्ञापन; शाम तक बाजार और परिवहन रहा बंद

विगत दिनों सिवनी जिले में नदी किनारे गोंवंश की निर्मम हत्या के विरोध में शनिवार को बालाघाट में विहिप ने जिला बंद का आह्वान किया। जिसका सुबह से ही असर देखने को मिला। जिले में जहां एक ओर वाहनों के पहिए थम गए, वहीं चहल-पहल वाले बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। जिले के बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, खैरलांजी, लालबर्रा, बैहर, बिरसा, मलाजखंड, परसवाड़ा, लांजी, किरनापुर विकासखंड में बंद का असर देखने को मिला। गोहत्या के खिलाफ विहिप के आह्वान पर सभी समाजों ने आगे आकर घटना का विरोध किया। इस दौरान दोपहर 1 बजे काली पुतली चौक में आयोजित जनसभा में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक और धार्मिक संगठन और हिन्दू वादी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गोहत्या का पाप, किसी षडयंत्र का हिस्सा है। जो ना केवल गौ माता का अपमान है बल्कि यह हिंदु धर्म का अपमान है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों ने सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। वहीं शाम 4 बजे तक जनसभा के बाद सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सामाजिक, धार्मिक और हिन्दू वादी संगठनों के लोगों के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम, सिवनी में गोहत्या के आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग के साथ गौ तस्करी और गोहत्या के लिए कानून को और सख्त किए जाने की मांग की गई। इस दौरान सांसद भारती पारधी, विधायक अनुभा मुंजारे, नगरपालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर, वरिष्ठ महिला नेत्री लता एलकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चालक वैभव कश्यप, पूर्व नपाध्यक्ष रमेश रंगलानी, बजरंग दल प्रांत पदाधिकारी ललित पारधी, विहिप अध्यक्ष यज्ञेश लालु चावड़ा, पूर्व अध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल सहित बड़ी तादाद में गौ सेवक मौजूद थे। बालाघाट बंद को लेकर पूरे जिले और मुख्यालय में पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

गोहत्या के विरोध में बंद रहा बालाघाट:जनसभा के बाद विहिप ने सौंपा ज्ञापन; शाम तक बाजार और परिवहन रहा बंद
विगत दिनों सिवनी जिले में नदी किनारे गोंवंश की निर्मम हत्या के विरोध में शनिवार को बालाघाट में विहिप ने जिला बंद का आह्वान किया। जिसका सुबह से ही असर देखने को मिला। जिले में जहां एक ओर वाहनों के पहिए थम गए, वहीं चहल-पहल वाले बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। जिले के बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, खैरलांजी, लालबर्रा, बैहर, बिरसा, मलाजखंड, परसवाड़ा, लांजी, किरनापुर विकासखंड में बंद का असर देखने को मिला। गोहत्या के खिलाफ विहिप के आह्वान पर सभी समाजों ने आगे आकर घटना का विरोध किया। इस दौरान दोपहर 1 बजे काली पुतली चौक में आयोजित जनसभा में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक और धार्मिक संगठन और हिन्दू वादी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गोहत्या का पाप, किसी षडयंत्र का हिस्सा है। जो ना केवल गौ माता का अपमान है बल्कि यह हिंदु धर्म का अपमान है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों ने सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। वहीं शाम 4 बजे तक जनसभा के बाद सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सामाजिक, धार्मिक और हिन्दू वादी संगठनों के लोगों के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम, सिवनी में गोहत्या के आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग के साथ गौ तस्करी और गोहत्या के लिए कानून को और सख्त किए जाने की मांग की गई। इस दौरान सांसद भारती पारधी, विधायक अनुभा मुंजारे, नगरपालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर, वरिष्ठ महिला नेत्री लता एलकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चालक वैभव कश्यप, पूर्व नपाध्यक्ष रमेश रंगलानी, बजरंग दल प्रांत पदाधिकारी ललित पारधी, विहिप अध्यक्ष यज्ञेश लालु चावड़ा, पूर्व अध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल सहित बड़ी तादाद में गौ सेवक मौजूद थे। बालाघाट बंद को लेकर पूरे जिले और मुख्यालय में पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।