ठेकदारों पर सख्त हुई पीएचई मंत्री उइके:जल जीवन में गड़बड़ी हुई; कहा-अधूरा काम छोड़ने पर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड और वसूली करेंगे

सड़क पर नल की पाइपलाइन बिछाने के बाद आमतौर पर ठेकेदार उसे तोड़ देते हैं और फिर टूटी हुई सड़क को उसी हालत में अधूरा छोड़कर चले भी जाते हैं। इस मामले में अब राज्य सरकार ने गंभीरता बरती हैं। पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने भी माना है कि जल जीवन मिशन योजना के कामों में ठेकेदारों ने भारी लापरवाही बरती हैं। जबलपुर पहुंची पीएचई मंत्री संपत्तिया उइके ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा कि ठेकेदारों को पाइप लाइन के लिए अगर सड़क तोड़ने की जरूरत पड़ती है तो काम होने के बाद फिर से उसी तरह की सड़क बनानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यही वजह है कि अब जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी ठेकेदार रोड तोड़ेगा तो आरईएस और पंचायत विभाग उस सड़क को बनवाएगा, इसके साथ ही ठेकेदार से रोड बनवाने की राशि भी वसूल की जाएगी। मंत्री ने माना गड़बड़ी हुई उइके ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत काफी गड़बड़ी सामने आई हैं। बहुत से विधायकों ने इस बात की भी शिकायत की है कि अधूरे काम को छोड़कर कई ठेकेदार चले गए हैं, लिहाजा अब ऐसे ठेकेदार को ना सिर्फ ब्लैक लिस्टेड किया जा रहा है, बल्कि अब भविष्य में कभी भी मध्य प्रदेश के किसी भी जिले में जल जीवन मिशन योजना के तहत यह ठेकेदार काम नहीं कर सकेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि अब ठेकेदारों पर लगातार सख्ती बरती जाएगी और समय-समय पर कार्रवाई भी की जाएगी।

ठेकदारों पर सख्त हुई पीएचई मंत्री उइके:जल जीवन में गड़बड़ी हुई; कहा-अधूरा काम छोड़ने पर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड और वसूली करेंगे
सड़क पर नल की पाइपलाइन बिछाने के बाद आमतौर पर ठेकेदार उसे तोड़ देते हैं और फिर टूटी हुई सड़क को उसी हालत में अधूरा छोड़कर चले भी जाते हैं। इस मामले में अब राज्य सरकार ने गंभीरता बरती हैं। पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने भी माना है कि जल जीवन मिशन योजना के कामों में ठेकेदारों ने भारी लापरवाही बरती हैं। जबलपुर पहुंची पीएचई मंत्री संपत्तिया उइके ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा कि ठेकेदारों को पाइप लाइन के लिए अगर सड़क तोड़ने की जरूरत पड़ती है तो काम होने के बाद फिर से उसी तरह की सड़क बनानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यही वजह है कि अब जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी ठेकेदार रोड तोड़ेगा तो आरईएस और पंचायत विभाग उस सड़क को बनवाएगा, इसके साथ ही ठेकेदार से रोड बनवाने की राशि भी वसूल की जाएगी। मंत्री ने माना गड़बड़ी हुई उइके ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत काफी गड़बड़ी सामने आई हैं। बहुत से विधायकों ने इस बात की भी शिकायत की है कि अधूरे काम को छोड़कर कई ठेकेदार चले गए हैं, लिहाजा अब ऐसे ठेकेदार को ना सिर्फ ब्लैक लिस्टेड किया जा रहा है, बल्कि अब भविष्य में कभी भी मध्य प्रदेश के किसी भी जिले में जल जीवन मिशन योजना के तहत यह ठेकेदार काम नहीं कर सकेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि अब ठेकेदारों पर लगातार सख्ती बरती जाएगी और समय-समय पर कार्रवाई भी की जाएगी।