बसोर समाज ने मनाई गुरु गोकुल दास की 117वीं जयंती:महिलाओं ने निकाली पदयात्रा, फूल सिंह बरैया और श्रमिक नेता शामिल
बसोर समाज ने मनाई गुरु गोकुल दास की 117वीं जयंती:महिलाओं ने निकाली पदयात्रा, फूल सिंह बरैया और श्रमिक नेता शामिल
बसोर समाज के आराध्य देव गुरु गोकुल दास की 117वीं जयंती भोपाल में बड़े धूमधाम से मनाई गई। रामपाल धोसले के नेतृत्व में आयोजित इस अवसर पर समाज की महिलाओं ने पदयात्रा निकाली। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में विधायक फूलसिंह बरैया और भेल के श्रमिक नेता दीपक गुप्ता भी मौजूद रहे। दीपक गुप्ता ने गुरु गोकुल दास की छाया चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि गुरु गोकुल दास जी ने हमेशा राष्ट्र की सेवा और गौरव को सर्वोपरि माना। जब देश में अन्न की कमी हुई, तो उन्होंने स्वयं अन्न त्याग दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जहां भी गुरु गोकुल दास जी भोज में पहुंचे, वहां कभी भी अन्न की कमी नहीं हुई। गुरु गोकुल दास जी के इस त्याग और सेवा भाव के कारण पूरे देश में बसोर समाज के लोग उन्हें देवता समान पूजते हैं। इस अवसर पर सुमित धोसले सहित सैकड़ों लोग कार्यक्रम में शामिल हुए और गुरु गोकुल दास जी के योगदान को याद किया।
बसोर समाज के आराध्य देव गुरु गोकुल दास की 117वीं जयंती भोपाल में बड़े धूमधाम से मनाई गई। रामपाल धोसले के नेतृत्व में आयोजित इस अवसर पर समाज की महिलाओं ने पदयात्रा निकाली। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में विधायक फूलसिंह बरैया और भेल के श्रमिक नेता दीपक गुप्ता भी मौजूद रहे। दीपक गुप्ता ने गुरु गोकुल दास की छाया चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि गुरु गोकुल दास जी ने हमेशा राष्ट्र की सेवा और गौरव को सर्वोपरि माना। जब देश में अन्न की कमी हुई, तो उन्होंने स्वयं अन्न त्याग दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जहां भी गुरु गोकुल दास जी भोज में पहुंचे, वहां कभी भी अन्न की कमी नहीं हुई। गुरु गोकुल दास जी के इस त्याग और सेवा भाव के कारण पूरे देश में बसोर समाज के लोग उन्हें देवता समान पूजते हैं। इस अवसर पर सुमित धोसले सहित सैकड़ों लोग कार्यक्रम में शामिल हुए और गुरु गोकुल दास जी के योगदान को याद किया।