बांग्लादेश के खिलाफ भिंड में पुतला दहन:हिंदुओं पर अत्याचार का विरोध; भारत-तिब्बत सहयोग मंच ने प्रदर्शन कर जताया आक्रोश

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मानवाधिकारों के हनन के विरोध में बुधवार को भारत तिब्बत सहयोग मंच के कार्यकर्ताओं ने भिंड के गोलमार्केट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बांग्लादेश का पुतला बनाकर उसका दहन भी किया। प्रदर्शन के दौरान मंच के युवा विभाग के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अर्पित मुदगल ने बांग्लादेश सरकार पर अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया और भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार पर जताई चिंता अर्पित मुदगल ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है, उनके घर जलाए जा रहे हैं और संपत्तियों पर कब्जा किया जा रहा है। इसके अलावा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और शोषण जैसे कृत्य गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने बांग्लादेश सरकार को मूकदर्शक बताते हुए कहा कि यह कृत्य न केवल शर्मनाक हैं, बल्कि मानवाधिकारों का सरासर उल्लंघन हैं। विश्व मंच पर उठाने की मांग उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि विश्वभर के मानवाधिकार संगठन इन घटनाओं पर चुप क्यों हैं। मुदगल ने भारत सरकार से इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में उठाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं के पक्ष में आवाज बुलंद करने का आव्हान किया। प्रदर्शन में संगठन के जिला महामंत्री राघव सिंह राठौर, रेखा अग्रवाल, राधाकृष्ण शर्मा, विक्रांत सिंह कुशवाह, धर्मेंद्र तिवारी, और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।

बांग्लादेश के खिलाफ भिंड में पुतला दहन:हिंदुओं पर अत्याचार का विरोध; भारत-तिब्बत सहयोग मंच ने प्रदर्शन कर जताया आक्रोश
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मानवाधिकारों के हनन के विरोध में बुधवार को भारत तिब्बत सहयोग मंच के कार्यकर्ताओं ने भिंड के गोलमार्केट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बांग्लादेश का पुतला बनाकर उसका दहन भी किया। प्रदर्शन के दौरान मंच के युवा विभाग के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अर्पित मुदगल ने बांग्लादेश सरकार पर अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया और भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार पर जताई चिंता अर्पित मुदगल ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है, उनके घर जलाए जा रहे हैं और संपत्तियों पर कब्जा किया जा रहा है। इसके अलावा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और शोषण जैसे कृत्य गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने बांग्लादेश सरकार को मूकदर्शक बताते हुए कहा कि यह कृत्य न केवल शर्मनाक हैं, बल्कि मानवाधिकारों का सरासर उल्लंघन हैं। विश्व मंच पर उठाने की मांग उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि विश्वभर के मानवाधिकार संगठन इन घटनाओं पर चुप क्यों हैं। मुदगल ने भारत सरकार से इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में उठाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं के पक्ष में आवाज बुलंद करने का आव्हान किया। प्रदर्शन में संगठन के जिला महामंत्री राघव सिंह राठौर, रेखा अग्रवाल, राधाकृष्ण शर्मा, विक्रांत सिंह कुशवाह, धर्मेंद्र तिवारी, और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।