भोपाल के सरकारी दफ्तर में 3 दिन से ताले लटके:सहायक संचालक पर केस के विरोध में कर्मचारियों ने छुट्टी ली; अटके काम
भोपाल के सरकारी दफ्तर में 3 दिन से ताले लटके:सहायक संचालक पर केस के विरोध में कर्मचारियों ने छुट्टी ली; अटके काम
भोपाल के एक सरकारी दफ्तर में पिछले 3 दिन से ताले लटके हुए हैं। ये दफ्तर है संयुक्त संचालक कृषि विभाग का, जो कमिश्नर ऑफिस की बिल्डिंग में है। इससे भोपाल, राजगढ़, सीहोर, रायसेन और विदिशा जिलों के काम अटक गए हैं। 19 अधिकारी-कर्मचारी ऑफिस नहीं आ रहे हैं। कृषि विभाग के सहायक संचालक मनोज चौधरी पर एफआईआर दर्ज होने के विरोध में अधिकारी-कर्मचारियों ने छुट्टी ली है। ये सभी चौधरी का समर्थन कर रहे हैं। एफआईआर ऑफिस की ही एक महिला कर्मचारी ने दर्ज कराई है। ज्वाइंट डायरेक्टर बीएल बलैया ने बताया, पिछले 3 दिन (11, 12 और 13 नवंबर) से कर्मचारियों ने छुट्टी ले रखी है। कुछ ने पहले से ही छुट्टी स्वीकृत करवा ली थी। उन्हें कहा गया है कि वे गुरुवार से ऑफिस आ जाए। उनकी बात शासन स्तर तक पहुंचा दी है। यह है पूरा मामला
संयुक्त संचालक कृषि विभाग में पदस्थ सहायक संचालक चौधरी पर 8 नवंबर को विभाग की ही एक महिला कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि अधिकारी ने उसे बैड टच किया। महिला की शिकायत पर कोहेफिजा थाना पुलिस ने सेक्शुअल हैरेसमेंट की धाराओं में केस दर्ज किया था। एफआईआर के अनुसार, छेड़छाड़ की यह घटना बीते शुक्रवार को दोपहर में भोपाल कलेक्ट्रेट, पुराना सचिवालय के डी ब्लॉक की है। आरोप है कि कृषि विभाग के सहायक संचालक ने महिला कर्मचारी को ऑफिस की सीढ़ियों पर अकेला पाकर गंदी हरकत की थी। मामले में कोहेफिजा पुलिस ने बीएनएस 2023 की धारा 74, 75 और 78 में मामला दर्ज किया है। महिला के पति के अनुसार मनोज चौधरी साल 2016 के पहले से यहां पदस्थ है और कई अन्य महिलाओं को भी वह इस तरह से परेशान कर चुका है। केस के बाद विरोध शुरू सहायक संचालक पर केस के बाद विरोध शुरू हो गया है। स्टाफ का कहना है कि सहायक संचालक बेकसूर है। उन पर झूठा केस दर्ज कराया गया है, इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच हो। मध्यप्रदेश कृषि अधिकारी संघ के बैनर तले सोमवार को अधिकारी-कर्मचारियों ने कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे। इनमें महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं। दूसरी ओर, उन्होंने 3 दिन से काम नहीं किया है। इस वजह से संभागीय ऑफिस में ताले लटके हुए हैं। इस ऑफिस में कुल 19 अधिकारी-कर्मचारी हैं। 'एकतरफा कार्रवाई की गई, इसलिए निष्पक्ष जांच हो' मप्र कृषि अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अजय कौशल ने कहा, हम महिलाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन इस केस में जो कार्रवाई हुई है, वो एकतरफा और गलत है। अधिकारियों ने पूर्व में ही इसके प्रति पुलिस थाने में सूचना दे दी गई थी, लेकिन कोहेफिजा थाने के टीआई ने इस ओर ध्यान न देकर निष्पक्ष न होते हुए एकतरफा कार्रवाई की। जिस महिला ने शिकायत की, वह पहले भी गलत आरोप लगा चुकी है। महिला के पति ने मीडिया में विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाकर विभाग की छवि धूमिल करने की कोशिश की है। इस प्रकार के कार्यों का हम विरोध करते हैं। मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- जॉइंट डायरेक्टर बोले-टच ही तो किया, इसमें होता क्या है भोपाल में कृषि विभाग की महिला कर्मचारी ने सहायक संचालक मनोज चौधरी पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। इसके बाद महिला के पति ने बताया कि छेड़छाड़ के बाद संयुक्त संचालक को मेरी पत्नी ने 3 बार कॉल किया। हर बार आवाज नहीं आने का कहकर फोन काट दिया। पत्नी उनके पास पहुंची और आपबीती बताई। जवाब में उन्होंने कहा- 'टच ही तो किया है। इसमें होता क्या है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
भोपाल के एक सरकारी दफ्तर में पिछले 3 दिन से ताले लटके हुए हैं। ये दफ्तर है संयुक्त संचालक कृषि विभाग का, जो कमिश्नर ऑफिस की बिल्डिंग में है। इससे भोपाल, राजगढ़, सीहोर, रायसेन और विदिशा जिलों के काम अटक गए हैं। 19 अधिकारी-कर्मचारी ऑफिस नहीं आ रहे हैं। कृषि विभाग के सहायक संचालक मनोज चौधरी पर एफआईआर दर्ज होने के विरोध में अधिकारी-कर्मचारियों ने छुट्टी ली है। ये सभी चौधरी का समर्थन कर रहे हैं। एफआईआर ऑफिस की ही एक महिला कर्मचारी ने दर्ज कराई है। ज्वाइंट डायरेक्टर बीएल बलैया ने बताया, पिछले 3 दिन (11, 12 और 13 नवंबर) से कर्मचारियों ने छुट्टी ले रखी है। कुछ ने पहले से ही छुट्टी स्वीकृत करवा ली थी। उन्हें कहा गया है कि वे गुरुवार से ऑफिस आ जाए। उनकी बात शासन स्तर तक पहुंचा दी है। यह है पूरा मामला
संयुक्त संचालक कृषि विभाग में पदस्थ सहायक संचालक चौधरी पर 8 नवंबर को विभाग की ही एक महिला कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि अधिकारी ने उसे बैड टच किया। महिला की शिकायत पर कोहेफिजा थाना पुलिस ने सेक्शुअल हैरेसमेंट की धाराओं में केस दर्ज किया था। एफआईआर के अनुसार, छेड़छाड़ की यह घटना बीते शुक्रवार को दोपहर में भोपाल कलेक्ट्रेट, पुराना सचिवालय के डी ब्लॉक की है। आरोप है कि कृषि विभाग के सहायक संचालक ने महिला कर्मचारी को ऑफिस की सीढ़ियों पर अकेला पाकर गंदी हरकत की थी। मामले में कोहेफिजा पुलिस ने बीएनएस 2023 की धारा 74, 75 और 78 में मामला दर्ज किया है। महिला के पति के अनुसार मनोज चौधरी साल 2016 के पहले से यहां पदस्थ है और कई अन्य महिलाओं को भी वह इस तरह से परेशान कर चुका है। केस के बाद विरोध शुरू सहायक संचालक पर केस के बाद विरोध शुरू हो गया है। स्टाफ का कहना है कि सहायक संचालक बेकसूर है। उन पर झूठा केस दर्ज कराया गया है, इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच हो। मध्यप्रदेश कृषि अधिकारी संघ के बैनर तले सोमवार को अधिकारी-कर्मचारियों ने कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे। इनमें महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं। दूसरी ओर, उन्होंने 3 दिन से काम नहीं किया है। इस वजह से संभागीय ऑफिस में ताले लटके हुए हैं। इस ऑफिस में कुल 19 अधिकारी-कर्मचारी हैं। 'एकतरफा कार्रवाई की गई, इसलिए निष्पक्ष जांच हो' मप्र कृषि अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अजय कौशल ने कहा, हम महिलाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन इस केस में जो कार्रवाई हुई है, वो एकतरफा और गलत है। अधिकारियों ने पूर्व में ही इसके प्रति पुलिस थाने में सूचना दे दी गई थी, लेकिन कोहेफिजा थाने के टीआई ने इस ओर ध्यान न देकर निष्पक्ष न होते हुए एकतरफा कार्रवाई की। जिस महिला ने शिकायत की, वह पहले भी गलत आरोप लगा चुकी है। महिला के पति ने मीडिया में विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाकर विभाग की छवि धूमिल करने की कोशिश की है। इस प्रकार के कार्यों का हम विरोध करते हैं। मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- जॉइंट डायरेक्टर बोले-टच ही तो किया, इसमें होता क्या है भोपाल में कृषि विभाग की महिला कर्मचारी ने सहायक संचालक मनोज चौधरी पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। इसके बाद महिला के पति ने बताया कि छेड़छाड़ के बाद संयुक्त संचालक को मेरी पत्नी ने 3 बार कॉल किया। हर बार आवाज नहीं आने का कहकर फोन काट दिया। पत्नी उनके पास पहुंची और आपबीती बताई। जवाब में उन्होंने कहा- 'टच ही तो किया है। इसमें होता क्या है। पूरी खबर यहां पढ़ें...