हॉस्टल की छात्राओं ने कॉल कर तहसीलदार को बुलाया:कहा- रसोइया गाली देती हैं; रात को हॉस्टल में नहीं रुकतीं वार्डन

जिले के आरोन इलाके के पनवाड़ी हाट स्थित गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने वार्डन और रसोइया की शिकायत की है। छात्राओं ने खुद ही तहसीलदार को कॉल कर बुलाया और बताया कि रसोइया उन पर चोरी का आरोप लगाती है और गाली गलौच करती हैं और वार्डन भी रात में हॉस्टल में नहीं रुकती। उन्होंने दोनों पर कार्रवाई की मांग की है। आरोन तहसीलदार रुचि अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले पनवाड़ी हाट स्थित शासकीय कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया था। इस दौरान वह छात्राओं को अपना नंबर भी देकर आई थीं, ताकि कभी अगर छात्राओं को कोई परेशानी हो तो वह सीधे उन्हें बता सकें। शुक्रवार शाम को छात्राओं ने तहसीलदार रुचि अग्रवाल को कॉल किया और हॉस्टल आने का निवेदन किया। तहसीलदार हॉस्टल पहुंचीं, तो छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल की रसोइया धनिया बाई उन्हें गालियां देती हैं। उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाती हैं। खाना भी लापरवाही से बनाती हैं। तहसीलदार ने मौके पर ही रसोइया धनिया बाई को बुलवाएं रसोइया ने तहसीलदार के सामने ही यह स्वीकार किया कि वह गालियां देती थीं, लेकिन अब नहीं देंगी। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि गलती हो गई। साथ ही छात्राओं ने वार्डन की भी शिकायत की। उन्होंने बताया कि वार्डन फूलकुमारी जाटव कभी हॉस्टल में नहीं रुकतीं। वह रोज शाम 6-7 बजे ही हॉस्टल से चली जाती हैं। जब से ये वार्डन आई हैं, खाने की गुणवत्ता में भी अंतर आया है। छात्राओं ने उन्हें भी हटाने की मांग की। तहसीलदार ने मौके पर ही पंचनामा बनवाया। तहसीलदार ने बताया कि मामले की जांच करा कर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा जाएगा।

हॉस्टल की छात्राओं ने कॉल कर तहसीलदार को बुलाया:कहा- रसोइया गाली देती हैं; रात को हॉस्टल में नहीं रुकतीं वार्डन
जिले के आरोन इलाके के पनवाड़ी हाट स्थित गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने वार्डन और रसोइया की शिकायत की है। छात्राओं ने खुद ही तहसीलदार को कॉल कर बुलाया और बताया कि रसोइया उन पर चोरी का आरोप लगाती है और गाली गलौच करती हैं और वार्डन भी रात में हॉस्टल में नहीं रुकती। उन्होंने दोनों पर कार्रवाई की मांग की है। आरोन तहसीलदार रुचि अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले पनवाड़ी हाट स्थित शासकीय कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया था। इस दौरान वह छात्राओं को अपना नंबर भी देकर आई थीं, ताकि कभी अगर छात्राओं को कोई परेशानी हो तो वह सीधे उन्हें बता सकें। शुक्रवार शाम को छात्राओं ने तहसीलदार रुचि अग्रवाल को कॉल किया और हॉस्टल आने का निवेदन किया। तहसीलदार हॉस्टल पहुंचीं, तो छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल की रसोइया धनिया बाई उन्हें गालियां देती हैं। उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाती हैं। खाना भी लापरवाही से बनाती हैं। तहसीलदार ने मौके पर ही रसोइया धनिया बाई को बुलवाएं रसोइया ने तहसीलदार के सामने ही यह स्वीकार किया कि वह गालियां देती थीं, लेकिन अब नहीं देंगी। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि गलती हो गई। साथ ही छात्राओं ने वार्डन की भी शिकायत की। उन्होंने बताया कि वार्डन फूलकुमारी जाटव कभी हॉस्टल में नहीं रुकतीं। वह रोज शाम 6-7 बजे ही हॉस्टल से चली जाती हैं। जब से ये वार्डन आई हैं, खाने की गुणवत्ता में भी अंतर आया है। छात्राओं ने उन्हें भी हटाने की मांग की। तहसीलदार ने मौके पर ही पंचनामा बनवाया। तहसीलदार ने बताया कि मामले की जांच करा कर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा जाएगा।