मंदसौर में मंगलवार को हुई बारिश के बाद ठंडक:आज मौसम साफ रहेगा, प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र कुछ हिस्सों में बारिश
मंदसौर में मंगलवार को हुई बारिश के बाद ठंडक:आज मौसम साफ रहेगा, प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र कुछ हिस्सों में बारिश
मंदसौर में मंगलवार दोपहर तक तेज धूप और गर्मी रही शाम को अचानक मौसम बदला और करीब 20 मिनट रिमझिम बारिश होती रही। आज मौसम साफ रहेगा कहीं भी बारिश के आसार नहीं हैं। जिले में अधिकतम तापमान 31 डिग्री व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री के आसपास बना हुआ है। लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है। मौसम जानकारों के अनुसार अंडमान सागर से उठा साइक्लोन 25 अक्टूबर को पुरी के तट से टकराएगा। जिले में इसका ज्यादा असर नहीं रहेगा । अभी यह सिस्टम एक्टिव
बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया सक्रिय है। वहीं, देश के पश्चिमी, दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इनमें से एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर एमपी के पश्चिमी-दक्षिणी हिस्से में देखने को मिल रहा है। अगले 24 घंटे साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में बारिश होने का अनुमान नहीं है। एक सिस्टम बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। जिसका असर 25 अक्टूबर से देखने को मिल सकता है। खासकर पूर्वी हिस्से के जिलों में गरज-चमक और बादल की स्थिति बन सकती है।
मंदसौर में मंगलवार दोपहर तक तेज धूप और गर्मी रही शाम को अचानक मौसम बदला और करीब 20 मिनट रिमझिम बारिश होती रही। आज मौसम साफ रहेगा कहीं भी बारिश के आसार नहीं हैं। जिले में अधिकतम तापमान 31 डिग्री व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री के आसपास बना हुआ है। लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है। मौसम जानकारों के अनुसार अंडमान सागर से उठा साइक्लोन 25 अक्टूबर को पुरी के तट से टकराएगा। जिले में इसका ज्यादा असर नहीं रहेगा । अभी यह सिस्टम एक्टिव
बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया सक्रिय है। वहीं, देश के पश्चिमी, दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इनमें से एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर एमपी के पश्चिमी-दक्षिणी हिस्से में देखने को मिल रहा है। अगले 24 घंटे साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में बारिश होने का अनुमान नहीं है। एक सिस्टम बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। जिसका असर 25 अक्टूबर से देखने को मिल सकता है। खासकर पूर्वी हिस्से के जिलों में गरज-चमक और बादल की स्थिति बन सकती है।