बालाघाट में नक्सली समर्थक नैनसिंह की गिरफ्तारी का विरोध:पूर्व सांसद ने बताया बेकसूर, बोले- पुलिस ने पट्टा देने का प्रलोभन देकर बुलाया था

बालाघाट पुलिस ने नक्सली समर्थक नैनसिंह धुर्वे को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 14 जून को हुए चार नक्सलियों के एनकाउंटर के बाद मिली एक डायरी के आधार पर की गई है। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने शनिवार को सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर नैनसिंह को निर्दोष बताया। उनका आरोप है कि 3 जुलाई को गोदरी चौकी के पुलिसकर्मी रिंकु राणा ने जमीन पट्टा देने का प्रलोभन देकर नैनसिंह को बुलाया। जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन को पता चला कि पुलिस ने उसे नक्सली समर्थक के रूप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा- नैनसिंह ने नक्सलियों को कुकर बम बनाने की सामग्री उपलब्ध कराई एसपी आदित्य मिश्रा ने इन आरोपों का जवाब देते हुए प्रेसनोट जारी किया। उन्होंने बताया कि पचामा-दादर मुठभेड़ के बाद मिली डायरी से नैनसिंह का नक्सली कनेक्शन सामने आया। नैनसिंह के घर से नक्सली संतु की हस्तलिखित पर्ची बरामद हुई है। पूछताछ में नैनसिंह ने स्वीकार किया कि उसने नक्सलियों को कुकर बम बनाने की सामग्री उपलब्ध कराई। इसमें मल्टीमीटर बैटरी, वायर, ब्राउन टेप, ग्रीस, इलेक्ट्रॉनिक टेप, बोल्ट और कटर शामिल हैं। पुलिस को यह भी पता चला है कि पिछले 6 महीनों में गांव में 3-4 बार नक्सलियों की बैठक हुई। पुलिस जल्द ही नैनसिंह को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी। 14 जून को चार नक्सलियों को मारा गया था दरअसल, 14 जून को जिले के रूपझर थाना अंतर्गत सोनेवानी चौकी के पचामा दादर-कटेझिरिया जंगल क्षेत्र में हॉकफोर्स, पुलिस बल, कोबरा और सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों ने जिन चार नक्सलियों को मार गिराया था। इसमें सभी नक्सली जीआरबी डिवीजन में एसीएम स्तर के नक्सली थे। जिसमें पुलिस ने महिला नक्सली रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी, नक्सली रवि, नक्सली तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला और नक्सली सुमन को मार गिराया था।

बालाघाट में नक्सली समर्थक नैनसिंह की गिरफ्तारी का विरोध:पूर्व सांसद ने बताया बेकसूर, बोले- पुलिस ने पट्टा देने का प्रलोभन देकर बुलाया था
बालाघाट पुलिस ने नक्सली समर्थक नैनसिंह धुर्वे को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 14 जून को हुए चार नक्सलियों के एनकाउंटर के बाद मिली एक डायरी के आधार पर की गई है। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने शनिवार को सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर नैनसिंह को निर्दोष बताया। उनका आरोप है कि 3 जुलाई को गोदरी चौकी के पुलिसकर्मी रिंकु राणा ने जमीन पट्टा देने का प्रलोभन देकर नैनसिंह को बुलाया। जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन को पता चला कि पुलिस ने उसे नक्सली समर्थक के रूप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा- नैनसिंह ने नक्सलियों को कुकर बम बनाने की सामग्री उपलब्ध कराई एसपी आदित्य मिश्रा ने इन आरोपों का जवाब देते हुए प्रेसनोट जारी किया। उन्होंने बताया कि पचामा-दादर मुठभेड़ के बाद मिली डायरी से नैनसिंह का नक्सली कनेक्शन सामने आया। नैनसिंह के घर से नक्सली संतु की हस्तलिखित पर्ची बरामद हुई है। पूछताछ में नैनसिंह ने स्वीकार किया कि उसने नक्सलियों को कुकर बम बनाने की सामग्री उपलब्ध कराई। इसमें मल्टीमीटर बैटरी, वायर, ब्राउन टेप, ग्रीस, इलेक्ट्रॉनिक टेप, बोल्ट और कटर शामिल हैं। पुलिस को यह भी पता चला है कि पिछले 6 महीनों में गांव में 3-4 बार नक्सलियों की बैठक हुई। पुलिस जल्द ही नैनसिंह को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी। 14 जून को चार नक्सलियों को मारा गया था दरअसल, 14 जून को जिले के रूपझर थाना अंतर्गत सोनेवानी चौकी के पचामा दादर-कटेझिरिया जंगल क्षेत्र में हॉकफोर्स, पुलिस बल, कोबरा और सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों ने जिन चार नक्सलियों को मार गिराया था। इसमें सभी नक्सली जीआरबी डिवीजन में एसीएम स्तर के नक्सली थे। जिसमें पुलिस ने महिला नक्सली रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी, नक्सली रवि, नक्सली तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला और नक्सली सुमन को मार गिराया था।