विश्राम के बाद भगवान जगन्नाथ की वापसी रथ यात्रा:उज्जैन में जगह-जगह हुआ स्वागत; सात दिन बाद इस्कॉन मंदिर में हुआ आगमन

27 जून को इस्कॉन मंदिर से निकली जगन्नाथ यात्रा 7 दिनों तक गुंडिचा मंदिर में विश्राम के बाद शनिवार को पुनः इस्कॉन मंदिर पहुंची। शाम 4 बजे कालिदास अकादमी से भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की वापसी रथ यात्रा प्रारंभ हुई। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु ढोल-बैंड के साथ शामिल हुए और यात्रा का रास्ते भर स्वागत किया गया। रथ यात्रा कालिदास अकादमी से प्रारंभ होकर अपना स्वीट, देवास रोड, महाश्वेता रोड (स्पोर्ट्स एरीना) के सामने से होते हुए बिरला चौराहा पार कर इस्कॉन मंदिर पहुंची। इस्कॉन उज्जैन के कम्युनिकेशन डायरेक्टर राघव पंडित दास ने बताया कि कालिदास अकादमी परिसर में भव्य गुंडिचा मंदिर की स्थापना की गई थी, जहां प्रतिदिन आरती, कथा, कीर्तन, प्रसाद वितरण एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की गईं। कीर्तन, भजन और श्रद्धा के साथ निकली रथ यात्रा रथ यात्रा में ताशा पार्टी, डीजे, कीर्तन मंडली, नृत्य मंडली और रथ को खींचते श्रद्धालु साथ-साथ चलते रहे। इसके साथ ही इस्कॉन की वापसी रथ यात्रा अनूपपुर और नीमच में भी निकाली गई है। आगे यात्रा 6 जुलाई को बदनावर में और 7 जुलाई को आगर और तराना में निकाली जाएगी।

विश्राम के बाद भगवान जगन्नाथ की वापसी रथ यात्रा:उज्जैन में जगह-जगह हुआ स्वागत; सात दिन बाद इस्कॉन मंदिर में हुआ आगमन
27 जून को इस्कॉन मंदिर से निकली जगन्नाथ यात्रा 7 दिनों तक गुंडिचा मंदिर में विश्राम के बाद शनिवार को पुनः इस्कॉन मंदिर पहुंची। शाम 4 बजे कालिदास अकादमी से भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की वापसी रथ यात्रा प्रारंभ हुई। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु ढोल-बैंड के साथ शामिल हुए और यात्रा का रास्ते भर स्वागत किया गया। रथ यात्रा कालिदास अकादमी से प्रारंभ होकर अपना स्वीट, देवास रोड, महाश्वेता रोड (स्पोर्ट्स एरीना) के सामने से होते हुए बिरला चौराहा पार कर इस्कॉन मंदिर पहुंची। इस्कॉन उज्जैन के कम्युनिकेशन डायरेक्टर राघव पंडित दास ने बताया कि कालिदास अकादमी परिसर में भव्य गुंडिचा मंदिर की स्थापना की गई थी, जहां प्रतिदिन आरती, कथा, कीर्तन, प्रसाद वितरण एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की गईं। कीर्तन, भजन और श्रद्धा के साथ निकली रथ यात्रा रथ यात्रा में ताशा पार्टी, डीजे, कीर्तन मंडली, नृत्य मंडली और रथ को खींचते श्रद्धालु साथ-साथ चलते रहे। इसके साथ ही इस्कॉन की वापसी रथ यात्रा अनूपपुर और नीमच में भी निकाली गई है। आगे यात्रा 6 जुलाई को बदनावर में और 7 जुलाई को आगर और तराना में निकाली जाएगी।