बच्चों को बिना दाल-सब्जी, सलाद खाना परोस रहे:स्टूडेंट्स ने खाना फेंका; प्रधानाचार्य बोले- आज तक मेन्यू के हिसाब से नहीं मिला भोजन

रीवा में बच्चों को दाल, सलाद और पौष्टिक सब्जियों की जगह चावल और बिना बेसन की कड़ी परोसी जा रही है। बच्चों को खुद के बर्तन खुद ही धोने पड़ रहे हैं। शिक्षक ने कहा कि मेन्यू के हिसाब से बच्चों को खाना नहीं दिया जा सकता। वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण करने कहा है। मामला जिले के लाद में प्राथमिक स्कूल का है। प्राचार्य ने समूह की लापरवाही बताई बच्चों को खाना परोसने के समय देखा गया कि उन्हें निर्धारित मेन्यू के हिसाब से खाना हीं दिया जा रहा। प्रधानाचार्य कमल नारायण शर्मा ने बताया कि मैं इस विद्यालय में कई वर्षों से पदस्थ हूं। मैं प्रधानाचार्य हूं और मेरे अलावा विद्यालय में महिला टीचर भी पदस्थ हैं। समय से स्कूल खुल जाता है और समय से स्कूल बंद हो जाता है। छात्र-छात्राएं स्कूल में नियमित रूप से आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि स्कूल में आज तक बच्चों को भोजन शासन द्वारा तय मेन्यू के हिसाब से नहीं दिया गया। हमेशा ही बच्चों को आधा अधूरा भोजन दिया जाता है। सलाद तो आज तक बच्चों को नहीं दी गई और ना ही ढंग से खाना दिया जाता। लेकिन हम क्या सकते हैं यह समूह की लापरवाही है। प्राचार्य ने बताया कि आसपास के तीन स्कूलों के भी यही हाल हैं। उधर मौके पर खाना बनाने के लिए मौजूद समूह की महिला विमला ने बताया कि सिलेंडर एक साल से खत्म है। इसलिए चूल्हे पर ही खाना बना रहे हैं। जो मिल जाता है वही बनाते हैं। सलाद के लिए कुछ नहीं दिया जाता तो बच्चों को नहीं देते। सब्जी के लिए नहीं कहा गया इसलिए नहीं बनाई। मुझसे जो कहा जाता है वहीं बना देती हूं। मैं कम पढ़ी लिखी हुई हूं। छात्रा शुभी यादव ने बताया कि मुझे आज भी खाना बिल्कुल पसंद नहीं आया। सूखे चावल के साथ बिल्कुल खट्टी कढ़ी दे दी गई थी। कड़ी में बेसन ही नहीं डाला गया था। गले में जाकर अटक गई इसलिए मैंने ले जाकर फेंक भी दी। पूरा खाया नहीं नहीं गया। सलाद और सब्जी भी नहीं दी जाती। खाना अच्छा नहीं मिलता। छात्र प्रथम यादव ने बताया कि खाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। खाने में न सब्जी मिलती और न ही सलाद मिलती है। खराब खाना दिया जाता है। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जिला शिक्षा अधिकारी काे मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कराने को कहा है।

Jul 31, 2025 - 15:52
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बच्चों को बिना दाल-सब्जी, सलाद खाना परोस रहे:स्टूडेंट्स ने खाना फेंका; प्रधानाचार्य बोले- आज तक मेन्यू के हिसाब से नहीं मिला भोजन
रीवा में बच्चों को दाल, सलाद और पौष्टिक सब्जियों की जगह चावल और बिना बेसन की कड़ी परोसी जा रही है। बच्चों को खुद के बर्तन खुद ही धोने पड़ रहे हैं। शिक्षक ने कहा कि मेन्यू के हिसाब से बच्चों को खाना नहीं दिया जा सकता। वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण करने कहा है। मामला जिले के लाद में प्राथमिक स्कूल का है। प्राचार्य ने समूह की लापरवाही बताई बच्चों को खाना परोसने के समय देखा गया कि उन्हें निर्धारित मेन्यू के हिसाब से खाना हीं दिया जा रहा। प्रधानाचार्य कमल नारायण शर्मा ने बताया कि मैं इस विद्यालय में कई वर्षों से पदस्थ हूं। मैं प्रधानाचार्य हूं और मेरे अलावा विद्यालय में महिला टीचर भी पदस्थ हैं। समय से स्कूल खुल जाता है और समय से स्कूल बंद हो जाता है। छात्र-छात्राएं स्कूल में नियमित रूप से आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि स्कूल में आज तक बच्चों को भोजन शासन द्वारा तय मेन्यू के हिसाब से नहीं दिया गया। हमेशा ही बच्चों को आधा अधूरा भोजन दिया जाता है। सलाद तो आज तक बच्चों को नहीं दी गई और ना ही ढंग से खाना दिया जाता। लेकिन हम क्या सकते हैं यह समूह की लापरवाही है। प्राचार्य ने बताया कि आसपास के तीन स्कूलों के भी यही हाल हैं। उधर मौके पर खाना बनाने के लिए मौजूद समूह की महिला विमला ने बताया कि सिलेंडर एक साल से खत्म है। इसलिए चूल्हे पर ही खाना बना रहे हैं। जो मिल जाता है वही बनाते हैं। सलाद के लिए कुछ नहीं दिया जाता तो बच्चों को नहीं देते। सब्जी के लिए नहीं कहा गया इसलिए नहीं बनाई। मुझसे जो कहा जाता है वहीं बना देती हूं। मैं कम पढ़ी लिखी हुई हूं। छात्रा शुभी यादव ने बताया कि मुझे आज भी खाना बिल्कुल पसंद नहीं आया। सूखे चावल के साथ बिल्कुल खट्टी कढ़ी दे दी गई थी। कड़ी में बेसन ही नहीं डाला गया था। गले में जाकर अटक गई इसलिए मैंने ले जाकर फेंक भी दी। पूरा खाया नहीं नहीं गया। सलाद और सब्जी भी नहीं दी जाती। खाना अच्छा नहीं मिलता। छात्र प्रथम यादव ने बताया कि खाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। खाने में न सब्जी मिलती और न ही सलाद मिलती है। खराब खाना दिया जाता है। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जिला शिक्षा अधिकारी काे मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कराने को कहा है।