गाड़ियों पर कार्रवाई का चौथा दिन:छिंदवाड़ा में ब्लैक फिल्म और मॉडिफाइड साइलेंसर पर वसूले 56 हजार रुपए

यातायात पुलिस ने मंगलवार को शहर और जिले में विशेष अभियान चलाकर ब्लैक फिल्म लगी कारों, मॉडिफाइड साइलेंसर और बिना दस्तावेज चल रहे वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की। पुलिस की इस सख्ती में कुल 125 वाहन चालकों को पकड़कर चालान बनाया गया और उनसे 56 हजार 400 रुपए का जुर्माना वसूला गया। इस अभियान में यातायात पुलिस और जिले के सभी थानों की टीमों ने सड़कों पर गहन चेकिंग की। लंबे समय से देखा जा रहा था कि छिंदवाड़ा शहर की सड़कों पर ब्लैक फिल्म लगी कारें और दूसरे राज्यों की नंबर प्लेट वाली लग्जरी गाड़ियां बड़ी संख्या में दौड़ रही थीं। इसी तरह कई बुलेट बाइक सवार मॉडिफाइड साइलेंसर का उपयोग कर शोरगुल मचाते हुए निकलते थे, जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस समस्या को खत्म करने के लिए पुलिस ने सघन जांच अभियान शुरू किया। 52 कारों से ब्लैक फिल्म हटवाई पुलिस ने सबसे ज्यादा कार्रवाई ब्लैक फिल्म लगी कारों पर की। कुल 52 कारों से ब्लैक फिल्म हटवाकर उनके चालकों से 26 हजार रुपये का समंस शुल्क वसूला गया। वहीं, 6 बुलेट मोटरसाइकिलों से मॉडिफाइड साइलेंसर निकलवाए गए और उन पर 6 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा बिना हेलमेट, बिना दस्तावेज और यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे 67 अन्य वाहनों पर भी कार्रवाई की गई, जिनसे 24 हजार 400 रुपये वसूले गए। इस तरह कुल मिलाकर 125 वाहन चालकों पर कार्रवाई करते हुए 56 हजार 400 रुपये का समंस शुल्क वसूल किया गया। अंदर बैठे व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाती यातायात उप पुलिस अधीक्षक रामेश्वर चौबे ने बताया कि ब्लैक फिल्म लगी कारों पर रोक लगाने के पीछे बड़ा कारण अपराधों पर अंकुश लगाना है। जब कारों पर काली फिल्म चढ़ी होती है, तो बाहर से अंदर बैठे व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाती। अपराधी अक्सर इसी का फायदा उठाकर अपराध को अंजाम देते हैं और फरार हो जाते हैं। उच्चतम न्यायालय ने भी इसे अपराधियों के लिए एक सुरक्षित ढाल मानते हुए पूरे देश में कारों के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाने पर प्रतिबंध लगाया है। अभियान सिर्फ एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा- SP पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे स्वयं ही अपनी गाड़ियों से ब्लैक फिल्म और बुलेट मोटरसाइकिलों से मॉडिफाइड साइलेंसर हटा लें, ताकि उन्हें कार्रवाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने साफ कहा कि यह अभियान सिर्फ एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगे भी इसी तरह सख्ती जारी रहेगी। यातायात पुलिस रोजाना शहर और जिले की सड़कों पर अभियान चलाकर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई करती रहेगी।

गाड़ियों पर कार्रवाई का चौथा दिन:छिंदवाड़ा में ब्लैक फिल्म और मॉडिफाइड साइलेंसर पर वसूले 56 हजार रुपए
यातायात पुलिस ने मंगलवार को शहर और जिले में विशेष अभियान चलाकर ब्लैक फिल्म लगी कारों, मॉडिफाइड साइलेंसर और बिना दस्तावेज चल रहे वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की। पुलिस की इस सख्ती में कुल 125 वाहन चालकों को पकड़कर चालान बनाया गया और उनसे 56 हजार 400 रुपए का जुर्माना वसूला गया। इस अभियान में यातायात पुलिस और जिले के सभी थानों की टीमों ने सड़कों पर गहन चेकिंग की। लंबे समय से देखा जा रहा था कि छिंदवाड़ा शहर की सड़कों पर ब्लैक फिल्म लगी कारें और दूसरे राज्यों की नंबर प्लेट वाली लग्जरी गाड़ियां बड़ी संख्या में दौड़ रही थीं। इसी तरह कई बुलेट बाइक सवार मॉडिफाइड साइलेंसर का उपयोग कर शोरगुल मचाते हुए निकलते थे, जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस समस्या को खत्म करने के लिए पुलिस ने सघन जांच अभियान शुरू किया। 52 कारों से ब्लैक फिल्म हटवाई पुलिस ने सबसे ज्यादा कार्रवाई ब्लैक फिल्म लगी कारों पर की। कुल 52 कारों से ब्लैक फिल्म हटवाकर उनके चालकों से 26 हजार रुपये का समंस शुल्क वसूला गया। वहीं, 6 बुलेट मोटरसाइकिलों से मॉडिफाइड साइलेंसर निकलवाए गए और उन पर 6 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा बिना हेलमेट, बिना दस्तावेज और यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे 67 अन्य वाहनों पर भी कार्रवाई की गई, जिनसे 24 हजार 400 रुपये वसूले गए। इस तरह कुल मिलाकर 125 वाहन चालकों पर कार्रवाई करते हुए 56 हजार 400 रुपये का समंस शुल्क वसूल किया गया। अंदर बैठे व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाती यातायात उप पुलिस अधीक्षक रामेश्वर चौबे ने बताया कि ब्लैक फिल्म लगी कारों पर रोक लगाने के पीछे बड़ा कारण अपराधों पर अंकुश लगाना है। जब कारों पर काली फिल्म चढ़ी होती है, तो बाहर से अंदर बैठे व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाती। अपराधी अक्सर इसी का फायदा उठाकर अपराध को अंजाम देते हैं और फरार हो जाते हैं। उच्चतम न्यायालय ने भी इसे अपराधियों के लिए एक सुरक्षित ढाल मानते हुए पूरे देश में कारों के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाने पर प्रतिबंध लगाया है। अभियान सिर्फ एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा- SP पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे स्वयं ही अपनी गाड़ियों से ब्लैक फिल्म और बुलेट मोटरसाइकिलों से मॉडिफाइड साइलेंसर हटा लें, ताकि उन्हें कार्रवाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने साफ कहा कि यह अभियान सिर्फ एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगे भी इसी तरह सख्ती जारी रहेगी। यातायात पुलिस रोजाना शहर और जिले की सड़कों पर अभियान चलाकर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई करती रहेगी।