बुरहानपुर में शिक्षकों की समस्याओं पर हुई अहम बैठक:डीईओ ने 15 दिन में समाधान का दिया आश्वासन; एरियर और अनुकंपा नियुक्ति रहे प्रमुख मुद्दे

बुरहानपुर में गुरुवार शाम डीईओ कार्यालय में परामर्श दात्री समिति की बैठक हुई। इसमें शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्याओं पर चर्चा हुई। संगठनों ने कुल 8 बिंदु प्रस्तुत किए, जिस पर डीईओ संतोष सिंह सोलंकी ने 15 दिन के भीतर समाधान का आश्वासन दिया। कर्मचारी कांग्रेस के महामंत्री ठाकुर संतोष सिंह ने बताया कि बैठक में अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संजय राऊत, मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव अमर पाटील, शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष धनराज पाटील, अपेक्स के राजकुमार मंडलोई, अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सैयद शहजाद अली और नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के जिला अध्यक्ष अनिल बाविस्कर सहित कई प्रतिनिधियों ने शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्याएं उठाईं। प्रमुख मांगों में शिक्षकों की क्रमोन्नति और एरियर का जल्द भुगतान शामिल था। प्रतिनिधियों ने कहा कि क्रमोन्नति और समयमान वेतनमान के आदेश जारी होने के बावजूद उनका वेतन निर्धारण नहीं हुआ है। नव नियुक्त शिक्षकों को तीन साल की परिवीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद भी पूर्ण वेतन नहीं मिल रहा है, जिसके आदेश जारी करने की मांग की गई। जनजातीय विभाग के खकनार विकासखंड के नव नियुक्त शिक्षकों की यूनीक आईडी डीईओ कार्यालय से जल्द बनाने की मांग भी उठी। इसके अलावा, कोर्ट के आदेश के बावजूद गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त नहीं किया जा रहा है, जबकि इसके स्पष्ट निर्देश हैं। उनके आवेदन भी स्वीकृत नहीं किए जा रहे हैं। मृत शासकीय सेवकों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति न मिलने का मुद्दा भी उठाया गया। ई-अटेंडेंस को लेकर भी समस्या बताई गई, जहां शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क न होने के कारण ऑफलाइन अटेंडेंस स्वीकार करने की मांग की गई। कई छात्रावासों में कार्यरत अधीक्षक आठ साल से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, जबकि स्थानांतरण का नियम तीन साल का है।

बुरहानपुर में शिक्षकों की समस्याओं पर हुई अहम बैठक:डीईओ ने 15 दिन में समाधान का दिया आश्वासन; एरियर और अनुकंपा नियुक्ति रहे प्रमुख मुद्दे
बुरहानपुर में गुरुवार शाम डीईओ कार्यालय में परामर्श दात्री समिति की बैठक हुई। इसमें शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्याओं पर चर्चा हुई। संगठनों ने कुल 8 बिंदु प्रस्तुत किए, जिस पर डीईओ संतोष सिंह सोलंकी ने 15 दिन के भीतर समाधान का आश्वासन दिया। कर्मचारी कांग्रेस के महामंत्री ठाकुर संतोष सिंह ने बताया कि बैठक में अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संजय राऊत, मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव अमर पाटील, शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष धनराज पाटील, अपेक्स के राजकुमार मंडलोई, अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सैयद शहजाद अली और नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के जिला अध्यक्ष अनिल बाविस्कर सहित कई प्रतिनिधियों ने शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्याएं उठाईं। प्रमुख मांगों में शिक्षकों की क्रमोन्नति और एरियर का जल्द भुगतान शामिल था। प्रतिनिधियों ने कहा कि क्रमोन्नति और समयमान वेतनमान के आदेश जारी होने के बावजूद उनका वेतन निर्धारण नहीं हुआ है। नव नियुक्त शिक्षकों को तीन साल की परिवीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद भी पूर्ण वेतन नहीं मिल रहा है, जिसके आदेश जारी करने की मांग की गई। जनजातीय विभाग के खकनार विकासखंड के नव नियुक्त शिक्षकों की यूनीक आईडी डीईओ कार्यालय से जल्द बनाने की मांग भी उठी। इसके अलावा, कोर्ट के आदेश के बावजूद गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त नहीं किया जा रहा है, जबकि इसके स्पष्ट निर्देश हैं। उनके आवेदन भी स्वीकृत नहीं किए जा रहे हैं। मृत शासकीय सेवकों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति न मिलने का मुद्दा भी उठाया गया। ई-अटेंडेंस को लेकर भी समस्या बताई गई, जहां शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क न होने के कारण ऑफलाइन अटेंडेंस स्वीकार करने की मांग की गई। कई छात्रावासों में कार्यरत अधीक्षक आठ साल से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, जबकि स्थानांतरण का नियम तीन साल का है।