कैलारस में 60 ट्रॉली अवैध रेत नष्ट:नेपरी पंचायत के पास लगा था ढेर, तहसीलदार ने जेसीबी चलवाकर मिट्टी में मिलाया
कैलारस में 60 ट्रॉली अवैध रेत नष्ट:नेपरी पंचायत के पास लगा था ढेर, तहसीलदार ने जेसीबी चलवाकर मिट्टी में मिलाया
मुरैना जिले की कैलारस तहसील में नेपरी पंचायत भवन के पास हो रहे अवैध रेत भंडारण पर प्रशासन ने शनिवार देर रात कार्रवाई की। तहसीलदार नरेश शर्मा के नेतृत्व में टीम ने जेसीबी की मदद से करीब 60 ट्रॉली रेत को मिट्टी में मिलाकर नष्ट कर दिया। नष्ट की गई रेत की कीमत 2 लाख 40 हजार रुपए बताई गई है। शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान तहसीलदार ने यह भंडारण देखा था, जिसके बाद शनिवार रात टीम ने मौके पर पहुंचकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। कलेक्टर के निर्देश पर पहुंचे
तहसीलदार नरेश शर्मा ने बताया कि कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ के निर्देश पर वे शुक्रवार को नेपरी ग्राम पंचायत के भवन का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां पंचायत में हुए विकास कार्यों और स्थिति का जायजा लेने के बाद जब वे भवन से बाहर निकल रहे थे, तभी उनकी नजर पास ही जमा चंबल रेत के बड़े ढेर पर पड़ी। ग्रामीणों ने साधी चुप्पी
तहसीलदार ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से पूछा कि यह अवैध रेत भंडारण किसके द्वारा किया जा रहा है, तो सभी ने जानकारी होने से इनकार कर दिया। लोगों ने इसे अज्ञात का बताया और चुप्पी साध ली। इसके बाद तहसीलदार वहां से लौट आए। देर रात कार्रवाई शनिवार देर रात तहसीलदार प्रशासनिक टीम के साथ वापस नेपरी पहुंचे। उन्होंने जेसीबी मशीन बुलाकर रेत के ढेर को मिट्टी में मिला दिया, ताकि इसका उपयोग न हो सके।
मुरैना जिले की कैलारस तहसील में नेपरी पंचायत भवन के पास हो रहे अवैध रेत भंडारण पर प्रशासन ने शनिवार देर रात कार्रवाई की। तहसीलदार नरेश शर्मा के नेतृत्व में टीम ने जेसीबी की मदद से करीब 60 ट्रॉली रेत को मिट्टी में मिलाकर नष्ट कर दिया। नष्ट की गई रेत की कीमत 2 लाख 40 हजार रुपए बताई गई है। शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान तहसीलदार ने यह भंडारण देखा था, जिसके बाद शनिवार रात टीम ने मौके पर पहुंचकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। कलेक्टर के निर्देश पर पहुंचे
तहसीलदार नरेश शर्मा ने बताया कि कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ के निर्देश पर वे शुक्रवार को नेपरी ग्राम पंचायत के भवन का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां पंचायत में हुए विकास कार्यों और स्थिति का जायजा लेने के बाद जब वे भवन से बाहर निकल रहे थे, तभी उनकी नजर पास ही जमा चंबल रेत के बड़े ढेर पर पड़ी। ग्रामीणों ने साधी चुप्पी
तहसीलदार ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से पूछा कि यह अवैध रेत भंडारण किसके द्वारा किया जा रहा है, तो सभी ने जानकारी होने से इनकार कर दिया। लोगों ने इसे अज्ञात का बताया और चुप्पी साध ली। इसके बाद तहसीलदार वहां से लौट आए। देर रात कार्रवाई शनिवार देर रात तहसीलदार प्रशासनिक टीम के साथ वापस नेपरी पहुंचे। उन्होंने जेसीबी मशीन बुलाकर रेत के ढेर को मिट्टी में मिला दिया, ताकि इसका उपयोग न हो सके।