भदोही सांसद विनोद बिंद ने की आयुष्मान कार्ड में सुधार:सदन में बोले, हर गरीब को मिले योजना का लाभ
भदोही सांसद विनोद बिंद ने की आयुष्मान कार्ड में सुधार:सदन में बोले, हर गरीब को मिले योजना का लाभ
भदोही सांसद डॉ. विनोद बिंद ने सोमवार को संसद में आयुष्मान कार्ड योजना में सुधार की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह योजना केवल छह यूनिट वाले परिवारों तक सीमित है, जबकि इसका लाभ हर गरीब को मिलना चाहिए। सांसद ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार में देश की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रगति कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले देश में एमबीबीएस की सीटें बहुत कम थीं, जो अब बढ़कर लगभग 1,32,000 हो गई हैं। इसी तरह, उत्तर प्रदेश में पहले केवल आठ मेडिकल कॉलेज थे, जिनकी संख्या अब 78 हो गई है। डॉ. बिंद ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू की गई आयुष्मान कार्ड योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीबों को मुफ्त इलाज मिल रहा है, जिससे वे बड़ी से बड़ी अस्पतालों में अपना उपचार करा पा रहे हैं। पहले गरीब बीमारियों के कारण दम तोड़ देते थे, लेकिन अब उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध है, जिससे आयुष्मान कार्ड गरीबों के लिए एक बड़ा सहारा बन गया है। सांसद डॉ. विनोद बिंद ने आयुष्मान कार्ड को 'संजीवनी' बताते हुए सदन में पुनः मांग की कि इसमें और सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने जोर दिया कि हर गरीब का आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए, ताकि प्रत्येक जरूरतमंद को इस महत्वपूर्ण योजना का पूरा लाभ मिल सके।
भदोही सांसद डॉ. विनोद बिंद ने सोमवार को संसद में आयुष्मान कार्ड योजना में सुधार की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह योजना केवल छह यूनिट वाले परिवारों तक सीमित है, जबकि इसका लाभ हर गरीब को मिलना चाहिए। सांसद ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार में देश की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रगति कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले देश में एमबीबीएस की सीटें बहुत कम थीं, जो अब बढ़कर लगभग 1,32,000 हो गई हैं। इसी तरह, उत्तर प्रदेश में पहले केवल आठ मेडिकल कॉलेज थे, जिनकी संख्या अब 78 हो गई है। डॉ. बिंद ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू की गई आयुष्मान कार्ड योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीबों को मुफ्त इलाज मिल रहा है, जिससे वे बड़ी से बड़ी अस्पतालों में अपना उपचार करा पा रहे हैं। पहले गरीब बीमारियों के कारण दम तोड़ देते थे, लेकिन अब उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध है, जिससे आयुष्मान कार्ड गरीबों के लिए एक बड़ा सहारा बन गया है। सांसद डॉ. विनोद बिंद ने आयुष्मान कार्ड को 'संजीवनी' बताते हुए सदन में पुनः मांग की कि इसमें और सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने जोर दिया कि हर गरीब का आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए, ताकि प्रत्येक जरूरतमंद को इस महत्वपूर्ण योजना का पूरा लाभ मिल सके।