एसडीएम पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप:टीकमगढ़ में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष का दावा- देर से आते हैं दफ्तर, रिश्वत की मांग भी करते हैं

टीकमगढ़ में एसडीएम संजय दुबे पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने शनिवार को एसडीएम पर भ्रष्टाचार और कार्यालयीन लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एसडीएम दुबे न्यायालय समय में दफ्तर नहीं आते और शाम 5 बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचते हैं। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष ने कहा कि एसडीएम दुबे लंबे समय से टीकमगढ़ में अनुभागीय अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी अनियमित उपस्थिति के कारण न्यायालय में लंबित मामलों का निपटारा नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं, कई मामलों में उन पर रिश्वत मांगने के भी आरोप लगे हैं। एसडीएम को हटाने की मांग को लेकर कलेक्टर को दिया पत्र इस मामले में पहले भी पूर्व कलेक्टर अवधेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब वर्तमान कलेक्टर विवेक श्रोतिय को भी एसडीएम को हटाने की मांग को लेकर पत्र दिया गया है। अधिवक्ता संघ ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन करेंगे और भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

एसडीएम पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप:टीकमगढ़ में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष का दावा- देर से आते हैं दफ्तर, रिश्वत की मांग भी करते हैं
टीकमगढ़ में एसडीएम संजय दुबे पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने शनिवार को एसडीएम पर भ्रष्टाचार और कार्यालयीन लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एसडीएम दुबे न्यायालय समय में दफ्तर नहीं आते और शाम 5 बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचते हैं। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष ने कहा कि एसडीएम दुबे लंबे समय से टीकमगढ़ में अनुभागीय अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी अनियमित उपस्थिति के कारण न्यायालय में लंबित मामलों का निपटारा नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं, कई मामलों में उन पर रिश्वत मांगने के भी आरोप लगे हैं। एसडीएम को हटाने की मांग को लेकर कलेक्टर को दिया पत्र इस मामले में पहले भी पूर्व कलेक्टर अवधेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब वर्तमान कलेक्टर विवेक श्रोतिय को भी एसडीएम को हटाने की मांग को लेकर पत्र दिया गया है। अधिवक्ता संघ ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन करेंगे और भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।