डिजिटल अरेस्ट कर इंजीनियर युवती को ठगा:ड्रग्स केस में फंसा बताकर 6 लाख रुपए ऐंठे; 9 घंटे कमरे में बंद रखा
डिजिटल अरेस्ट कर इंजीनियर युवती को ठगा:ड्रग्स केस में फंसा बताकर 6 लाख रुपए ऐंठे; 9 घंटे कमरे में बंद रखा
ग्वालियर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती के साथ डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। युवती को ठगों ने मुंबई पुलिस अधिकारी के नाम से वीडियो कॉल कर कहा कि आपने ईरान के लिए कुछ कोरियर किया था, इसमें ड्रग्स का पैकेट निकला है। आप ड्रग्स के केस में फंस गई हो, कार्रवाई की जाएगी। यह कहकर 9 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके कमरे में बंद रखा। ठगों ने युवती को ड्रग्स केस में गिरफ्तार करने की धमकी देकर उससे अलग-अलग अकाउंट में 6 लाख रुपए डलवा लिए। इतना ही नहीं, ठगों ने युवती के दस्तावेजों से 12 लाख का लोन भी ICICI बैंक से अप्रूव करवा लिया। इसके बाद ठगों ने उसके मोबाइल पे ऐप (MobilePe) के जरिए 26 लख रुपए अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर किए। देर रात युवती को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जब उसने ठगों से पूछताछ की तो ठग उसके साथ गाली-गलौज करने लगे और फोन कट कर दिया। इसके बाद युवती ने 1930 नंबर पर कॉल लगाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। यह नंबर पुलिस ने ठगी की शिकायत के लिए जारी किया है। ठगों ने जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाए थे, उन्हें होल्ड करवा दिया गया। लेकिन, ठगों पर कार्रवाई न होने पर युवती मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में चल रही जन सुनवाई में शिकायत लेकर पहुंच गई। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी ने मामले को जांच में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है। यह है पूरा मामला ग्वालियर शहर के बहोड़ापुर थानाक्षेत्र के घोसीपुरा रेलवे स्टेशन के पास स्थित मानस विहार कॉलोनी निवासी मानसी शर्मा (22) पुणे में एक कंपनी में जॉब करती है। अभी दीपावली की छुट्टी पर घर आई हुई है। 7 नवंबर की दोपहर 11.21 बजे जब वह घर पर थी, उसके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उससे करीब 30 मिनट तक उसके बारे में पूछताछ की, इसके बाद फोन काट दिया। कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर 9787288103 के नंबर से दोबारा कॉल आया, इस बार कॉल करने वाले व्यक्ति ने उसे बताया कि उसके नाम से एक पार्सल है, जिसमें ड्रग्स पाया गया है।इस दौरान ठगों ने उसके आधार कार्ड, फोटो और अन्य दस्तावेजों की वीडियो कॉल पर ही तस्वीरें लीं। तीन अलग-अलग बैंक खातों में 1 लाख 99 हजार 944 रुपए,1 लाख 99 हजार 420 और 2 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी अजय पवार का कहना है- युवती ने बताया है कि उसे डिजिटल अरेस्ट कर 6 लाख रुपए की ठगी की गई है। पुलिस की ऑनलाइन साइट पर 1930 पर बैंक में होल्ड लगा हुआ है, होल्ड में युवती के 1 लाख 91 हजार रुपए अभी रुके हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
ग्वालियर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती के साथ डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। युवती को ठगों ने मुंबई पुलिस अधिकारी के नाम से वीडियो कॉल कर कहा कि आपने ईरान के लिए कुछ कोरियर किया था, इसमें ड्रग्स का पैकेट निकला है। आप ड्रग्स के केस में फंस गई हो, कार्रवाई की जाएगी। यह कहकर 9 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके कमरे में बंद रखा। ठगों ने युवती को ड्रग्स केस में गिरफ्तार करने की धमकी देकर उससे अलग-अलग अकाउंट में 6 लाख रुपए डलवा लिए। इतना ही नहीं, ठगों ने युवती के दस्तावेजों से 12 लाख का लोन भी ICICI बैंक से अप्रूव करवा लिया। इसके बाद ठगों ने उसके मोबाइल पे ऐप (MobilePe) के जरिए 26 लख रुपए अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर किए। देर रात युवती को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जब उसने ठगों से पूछताछ की तो ठग उसके साथ गाली-गलौज करने लगे और फोन कट कर दिया। इसके बाद युवती ने 1930 नंबर पर कॉल लगाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। यह नंबर पुलिस ने ठगी की शिकायत के लिए जारी किया है। ठगों ने जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाए थे, उन्हें होल्ड करवा दिया गया। लेकिन, ठगों पर कार्रवाई न होने पर युवती मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में चल रही जन सुनवाई में शिकायत लेकर पहुंच गई। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी ने मामले को जांच में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है। यह है पूरा मामला ग्वालियर शहर के बहोड़ापुर थानाक्षेत्र के घोसीपुरा रेलवे स्टेशन के पास स्थित मानस विहार कॉलोनी निवासी मानसी शर्मा (22) पुणे में एक कंपनी में जॉब करती है। अभी दीपावली की छुट्टी पर घर आई हुई है। 7 नवंबर की दोपहर 11.21 बजे जब वह घर पर थी, उसके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उससे करीब 30 मिनट तक उसके बारे में पूछताछ की, इसके बाद फोन काट दिया। कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर 9787288103 के नंबर से दोबारा कॉल आया, इस बार कॉल करने वाले व्यक्ति ने उसे बताया कि उसके नाम से एक पार्सल है, जिसमें ड्रग्स पाया गया है।इस दौरान ठगों ने उसके आधार कार्ड, फोटो और अन्य दस्तावेजों की वीडियो कॉल पर ही तस्वीरें लीं। तीन अलग-अलग बैंक खातों में 1 लाख 99 हजार 944 रुपए,1 लाख 99 हजार 420 और 2 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी अजय पवार का कहना है- युवती ने बताया है कि उसे डिजिटल अरेस्ट कर 6 लाख रुपए की ठगी की गई है। पुलिस की ऑनलाइन साइट पर 1930 पर बैंक में होल्ड लगा हुआ है, होल्ड में युवती के 1 लाख 91 हजार रुपए अभी रुके हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है।