प्रजापति समाज ने अमर शहीदों को किया याद:राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में दीयों से बनाया भारत का नक्शा
प्रजापति समाज ने अमर शहीदों को किया याद:राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में दीयों से बनाया भारत का नक्शा
मुरैना के अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय पर प्रजापति समाज द्वारा एक दिया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर संग्रहालय पर दीपों से भारत माता का नक्शा बनाया गया। संग्रहालय में दीप जलाए गए और लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। बता दें कि, मुरैना जिले की पहचान अमर शहीदों के कारण है। भारतीय सेना में मुरैना जिले से सबसे अधिक नौजवान जाते हैं। यहां काकाजी वसई गांव एक ऐसा गांव है, जहां पर हर घर से कम से कम एक नौजवान सेना में है। कई घरों में तो यह स्थिति है कि पीढ़ियों से लोग सेना में और उन्हें इस बात का गर्व है। हर साल दीपदान करता है प्रजापति समाज इस मौके पर प्रजापति समाज के प्रमुख सोनू प्रजापति ने बताया कि दीपावली के त्योहार पर उनके समाज के लोगों का प्रमुख योगदान रहता है। वह कुंभकार समाज से आते हैं व मिट्टी के बर्तन, दिए बनाते हैं। वह लोग अपने जिले के अमर शहीदों के लिए एक दिया अमर शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। इस दौरान वे अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में आते हैं और वहां पर दीयों से भारत माता का नक्शा बनाते हैं। साथ ही पूरे संग्रहालय में दिए जलाते हैं और अपने अमर शहीदों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।
मुरैना के अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय पर प्रजापति समाज द्वारा एक दिया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर संग्रहालय पर दीपों से भारत माता का नक्शा बनाया गया। संग्रहालय में दीप जलाए गए और लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। बता दें कि, मुरैना जिले की पहचान अमर शहीदों के कारण है। भारतीय सेना में मुरैना जिले से सबसे अधिक नौजवान जाते हैं। यहां काकाजी वसई गांव एक ऐसा गांव है, जहां पर हर घर से कम से कम एक नौजवान सेना में है। कई घरों में तो यह स्थिति है कि पीढ़ियों से लोग सेना में और उन्हें इस बात का गर्व है। हर साल दीपदान करता है प्रजापति समाज इस मौके पर प्रजापति समाज के प्रमुख सोनू प्रजापति ने बताया कि दीपावली के त्योहार पर उनके समाज के लोगों का प्रमुख योगदान रहता है। वह कुंभकार समाज से आते हैं व मिट्टी के बर्तन, दिए बनाते हैं। वह लोग अपने जिले के अमर शहीदों के लिए एक दिया अमर शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। इस दौरान वे अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में आते हैं और वहां पर दीयों से भारत माता का नक्शा बनाते हैं। साथ ही पूरे संग्रहालय में दिए जलाते हैं और अपने अमर शहीदों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।