करवाचौथ पर पति नहीं प्रेमी से मिलना चाहती थी आरती:पति ने दो बेटियों को मारकर सुसाइड किया; हंसते-खेलते परिवार के तबाह होने की कहानी

'पत्नी आरती का हरदा के रहने वाले सुनील नागले से चार साल से अफेयर है। पत्नी और उसका प्रेमी आए दिन मोबाइल पर बात करते हैं। इस बात को लेकर घर में विवाद होता है। सुनील तो कहता है छोटी बेटी सिया उसकी है। मैं इन बातों से काफी तनाव में हूं। इसलिए यह कदम उठा रहा हूं।' ये अंश सुसाइड नोट के हैं, जिसे प्रदीप कुल्हारे ने लिखा था। प्रदीप अपनी 2 और 5 साल की बेटियों को जंगल ले गया और सिर पर हथौड़ी से वार किया। छोटी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बड़ी बेटी ने भोपाल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बेटियों को बेरहमी से मारने के बाद प्रदीप भी अगले दिन जंगल में फंदे से लटका मिला। सुसाइड नोट में प्रदीप ने बेटी और खुद की मौत के लिए पत्नी आरती और उसके प्रेमी सुनील को जिम्मेदार ठहराया है। हंडिया पुलिस ने मृतक प्रदीप कुल्हारे की पत्नी आरती (26) और उसके प्रेमी सुनील पिता रामदास नागले (45) निवासी शर्मा कॉलोनी को आरोपी बनाया गया है। मासूमों की हत्या करने वाले पिता प्रदीप कुल्हारे (35) पर भी हत्या का केस दर्ज किया गया है। हरदा के इस दिलदहलाने वाले केस की दैनिक भास्कर की टीम ने पड़ताल की तो पता चला पत्नी के अफेयर ने एक हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। शुक्रवार को पत्नी और प्रेमी को जेल भेज दिया गया है। दोनों बेटियां लहुलुहान हालत में जंगल में मिलीं एएसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि 23 अक्टूबर दिन बुधवार को प्रवीण पिता रामबली कुल्हारे (25) निवासी भंवर तालाब ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसने बताया कि 22 अक्टूबर को भाई प्रदीप इलाज कराने के लिए अपनी दोनों बेटियों सिया (2) और सहस्त्रा (5) के साथ चिराखान गया था। हंडिया पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद तीनों की तलाश शुरू की। इसी दौरान परिजन को जंगल के बीच लापता प्रदीप की बाइक खड़ी मिली, उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी। बाइक से कुछ दूरी पर लापता दोनों बच्चियां गंभीर हालत में मिलीं। पुलिस मौके पर पहुंची। यहां 2 साल की सिया के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे, उसकी मौत हाे चुकी थी। वहीं, 5 साल की सहस्त्रा बेहोश पड़ी थी, उसके सिर से खून निकल रहा था। जब दादा ने ये देखा तो उनके हाथ-पैर कांप रहे थे। उन्होंने तत्काल उस पर पानी डाला तो शरीर कुछ हरकत करता दिखाई दी। इसके बाद दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। सहस्त्रा की हालत गंभीर होने पर उसे रात में ही भोपाल रेफर कर दिया गया। शनिवार-रविवार की रात उसकी भी मौत हो गई। अगले दिन पिता प्रदीप का शव पेड़ पर लटका मिला ऐसे साक्ष्य मिले कि प्रदीप ही दोनों बच्चियों को जंगल ले गया था। जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई। गुरुवार सुबह जंगल में प्रदीप कुल्हारे का शव एक पेड़ पर लटका मिला। शव के पास दो पेज का सुसाइड नोट, एक पेन और मोबाइल मिला। सुसाइड नोट में बेटी और खुद की मौत के लिए उसने पत्नी आरती और सुनील नागले को जिम्मेदार बताया। उसने पत्नी और सुनील के बीच चार साल से अफेयर चलने की बात का भी जिक्र किया है। जिस कारण पति-पत्नी के बीच विवाद होता था। मृतक प्रदीप ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसी ने दोनों बेटियों पर हमला किया है। हंडिया पुलिस ने हत्या के मामले में प्रदीप के खिलाफ 235/24 धारा 103(1), 109 के तहत केस दर्ज किया। दोनों को पुलिस ने कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया। पड़ोस में रहते हुए दोनों के बीच नजदीकी बढ़ी आरोपी सुनील नागले के हरदा स्थित घर के पास ही आरती अपने माता-पिता के साथ किराए के मकान में रहती थी। उस समय दोनों के बीच बातचीत तो होती थी, लेकिन ज्यादा मेल जोल नहीं था। बाद में आरती की शादी उसके परिवार ने कहीं और कर दी। हालांकि यह शादी लंबी नहीं चली और आरती पति से अलग होकर माता-पिता के घर रहने आ गई। दोनों में पहचान तो थी ही। यह दोस्ती धीरे-धीरे और गहरी हो गई। उधर, प्रदीप कुल्हारे की पहली पत्नी की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। दोनों परिवारों में पहले से जान-पहचान थी, इसलिए आरती और प्रदीप के रिश्ते की बात चली। दोनों की शादी पक्की हुई और करीब 8 साल पहले दोनों की शादी हो गई। शादी के बाद आरती प्रदीप के साथ गांव में रहने लगी। प्रदीप मिस्त्री का काम करता था, इसलिए घर से सुबह जल्दी निकल जाया करता था। करीब 5 साल पहले बेटी सहस्त्रा का जन्म हुआ। प्रेग्नेंट होने पर आरती अपने माता-पिता के यहां रहने चली गई थी। यहां एक बार फिर से सुनील से उसकी नजदीकी बढ़ी। प्रदीप को लगी पत्नी के अफेयर की भनक हरदा से वापस गांव आने के बाद आरती और सुनील के बीच फोन पर घंटों बातें होने लगीं। धीरे-धीरे सुनील आरती से मिलने गांव आने लगा। एक दिन इनके बीच चल रहे अफेयर की भनक प्रदीप के कानों तक पहुंची। गांव वालों ने आरती को सुनील के साथ अकेले में मिलते हुए देख लिया था। प्रदीप घर पहुंचा और आरती को समझाया कि वह सुनील से दूरी बना ले। उसने उसके माता-पिता को भी यह बात बताई। आरती ने हामी भर दी, लेकिन दोनों मौका पाकर मिलते रहे। प्रदीप ज्यादा कुछ कहता नहीं था, लेकिन भीतर ही भीतर वह घुट रहा था। करवाचौथ पर पति से कहा हरदा चलो, प्रेमी से मिलना चाहती थी प्रदीप के परिवारवालों का कहना है कि करवाचौथ पर पत्नी अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं, लेकिन आरती अपने शादीशुदा प्रेमी सुनील से मिलने के लिए व्याकुल थी। प्रदीप करवाचौथ के दिन रविवार को घर पर ही रहना चाहता था, लेकिन आरती उससे हरदा चलने की जिद कर रही थी। आरती के बार-बार कहने पर वह दोनों बेटियों और पत्नी को बाइक से हरदा अपने ससुराल ले आया। करवाचौथ के अगले दिन सोमवार को भी वह ससुराल में ही रहा। परिवार ऐसी आशंका जता रहा है कि संभवत: उसने सुनील और आरती को मिलते देख लिया होगा। मंगलवार सुबह चारों बाइक से अपने गांव आ गए। पिता जहां काम करते थे, उसने वहीं पर लाकर उन्हें खाना दिया। शाम 4 बजे घर से यह कहकर निकला कि उसे दस्त लग रहे हैं, डॉक्टर को दिखाने जा रहा हूं। पिता को जाता देख दोनों बेटियों बाइक पर घूमने की जिद करने लगीं। परिजन ने दोनों बेटियों को भी साथ ले जा

करवाचौथ पर पति नहीं प्रेमी से मिलना चाहती थी आरती:पति ने दो बेटियों को मारकर सुसाइड किया; हंसते-खेलते परिवार के तबाह होने की कहानी
'पत्नी आरती का हरदा के रहने वाले सुनील नागले से चार साल से अफेयर है। पत्नी और उसका प्रेमी आए दिन मोबाइल पर बात करते हैं। इस बात को लेकर घर में विवाद होता है। सुनील तो कहता है छोटी बेटी सिया उसकी है। मैं इन बातों से काफी तनाव में हूं। इसलिए यह कदम उठा रहा हूं।' ये अंश सुसाइड नोट के हैं, जिसे प्रदीप कुल्हारे ने लिखा था। प्रदीप अपनी 2 और 5 साल की बेटियों को जंगल ले गया और सिर पर हथौड़ी से वार किया। छोटी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बड़ी बेटी ने भोपाल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बेटियों को बेरहमी से मारने के बाद प्रदीप भी अगले दिन जंगल में फंदे से लटका मिला। सुसाइड नोट में प्रदीप ने बेटी और खुद की मौत के लिए पत्नी आरती और उसके प्रेमी सुनील को जिम्मेदार ठहराया है। हंडिया पुलिस ने मृतक प्रदीप कुल्हारे की पत्नी आरती (26) और उसके प्रेमी सुनील पिता रामदास नागले (45) निवासी शर्मा कॉलोनी को आरोपी बनाया गया है। मासूमों की हत्या करने वाले पिता प्रदीप कुल्हारे (35) पर भी हत्या का केस दर्ज किया गया है। हरदा के इस दिलदहलाने वाले केस की दैनिक भास्कर की टीम ने पड़ताल की तो पता चला पत्नी के अफेयर ने एक हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। शुक्रवार को पत्नी और प्रेमी को जेल भेज दिया गया है। दोनों बेटियां लहुलुहान हालत में जंगल में मिलीं एएसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि 23 अक्टूबर दिन बुधवार को प्रवीण पिता रामबली कुल्हारे (25) निवासी भंवर तालाब ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसने बताया कि 22 अक्टूबर को भाई प्रदीप इलाज कराने के लिए अपनी दोनों बेटियों सिया (2) और सहस्त्रा (5) के साथ चिराखान गया था। हंडिया पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद तीनों की तलाश शुरू की। इसी दौरान परिजन को जंगल के बीच लापता प्रदीप की बाइक खड़ी मिली, उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी। बाइक से कुछ दूरी पर लापता दोनों बच्चियां गंभीर हालत में मिलीं। पुलिस मौके पर पहुंची। यहां 2 साल की सिया के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे, उसकी मौत हाे चुकी थी। वहीं, 5 साल की सहस्त्रा बेहोश पड़ी थी, उसके सिर से खून निकल रहा था। जब दादा ने ये देखा तो उनके हाथ-पैर कांप रहे थे। उन्होंने तत्काल उस पर पानी डाला तो शरीर कुछ हरकत करता दिखाई दी। इसके बाद दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। सहस्त्रा की हालत गंभीर होने पर उसे रात में ही भोपाल रेफर कर दिया गया। शनिवार-रविवार की रात उसकी भी मौत हो गई। अगले दिन पिता प्रदीप का शव पेड़ पर लटका मिला ऐसे साक्ष्य मिले कि प्रदीप ही दोनों बच्चियों को जंगल ले गया था। जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई। गुरुवार सुबह जंगल में प्रदीप कुल्हारे का शव एक पेड़ पर लटका मिला। शव के पास दो पेज का सुसाइड नोट, एक पेन और मोबाइल मिला। सुसाइड नोट में बेटी और खुद की मौत के लिए उसने पत्नी आरती और सुनील नागले को जिम्मेदार बताया। उसने पत्नी और सुनील के बीच चार साल से अफेयर चलने की बात का भी जिक्र किया है। जिस कारण पति-पत्नी के बीच विवाद होता था। मृतक प्रदीप ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसी ने दोनों बेटियों पर हमला किया है। हंडिया पुलिस ने हत्या के मामले में प्रदीप के खिलाफ 235/24 धारा 103(1), 109 के तहत केस दर्ज किया। दोनों को पुलिस ने कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया। पड़ोस में रहते हुए दोनों के बीच नजदीकी बढ़ी आरोपी सुनील नागले के हरदा स्थित घर के पास ही आरती अपने माता-पिता के साथ किराए के मकान में रहती थी। उस समय दोनों के बीच बातचीत तो होती थी, लेकिन ज्यादा मेल जोल नहीं था। बाद में आरती की शादी उसके परिवार ने कहीं और कर दी। हालांकि यह शादी लंबी नहीं चली और आरती पति से अलग होकर माता-पिता के घर रहने आ गई। दोनों में पहचान तो थी ही। यह दोस्ती धीरे-धीरे और गहरी हो गई। उधर, प्रदीप कुल्हारे की पहली पत्नी की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। दोनों परिवारों में पहले से जान-पहचान थी, इसलिए आरती और प्रदीप के रिश्ते की बात चली। दोनों की शादी पक्की हुई और करीब 8 साल पहले दोनों की शादी हो गई। शादी के बाद आरती प्रदीप के साथ गांव में रहने लगी। प्रदीप मिस्त्री का काम करता था, इसलिए घर से सुबह जल्दी निकल जाया करता था। करीब 5 साल पहले बेटी सहस्त्रा का जन्म हुआ। प्रेग्नेंट होने पर आरती अपने माता-पिता के यहां रहने चली गई थी। यहां एक बार फिर से सुनील से उसकी नजदीकी बढ़ी। प्रदीप को लगी पत्नी के अफेयर की भनक हरदा से वापस गांव आने के बाद आरती और सुनील के बीच फोन पर घंटों बातें होने लगीं। धीरे-धीरे सुनील आरती से मिलने गांव आने लगा। एक दिन इनके बीच चल रहे अफेयर की भनक प्रदीप के कानों तक पहुंची। गांव वालों ने आरती को सुनील के साथ अकेले में मिलते हुए देख लिया था। प्रदीप घर पहुंचा और आरती को समझाया कि वह सुनील से दूरी बना ले। उसने उसके माता-पिता को भी यह बात बताई। आरती ने हामी भर दी, लेकिन दोनों मौका पाकर मिलते रहे। प्रदीप ज्यादा कुछ कहता नहीं था, लेकिन भीतर ही भीतर वह घुट रहा था। करवाचौथ पर पति से कहा हरदा चलो, प्रेमी से मिलना चाहती थी प्रदीप के परिवारवालों का कहना है कि करवाचौथ पर पत्नी अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं, लेकिन आरती अपने शादीशुदा प्रेमी सुनील से मिलने के लिए व्याकुल थी। प्रदीप करवाचौथ के दिन रविवार को घर पर ही रहना चाहता था, लेकिन आरती उससे हरदा चलने की जिद कर रही थी। आरती के बार-बार कहने पर वह दोनों बेटियों और पत्नी को बाइक से हरदा अपने ससुराल ले आया। करवाचौथ के अगले दिन सोमवार को भी वह ससुराल में ही रहा। परिवार ऐसी आशंका जता रहा है कि संभवत: उसने सुनील और आरती को मिलते देख लिया होगा। मंगलवार सुबह चारों बाइक से अपने गांव आ गए। पिता जहां काम करते थे, उसने वहीं पर लाकर उन्हें खाना दिया। शाम 4 बजे घर से यह कहकर निकला कि उसे दस्त लग रहे हैं, डॉक्टर को दिखाने जा रहा हूं। पिता को जाता देख दोनों बेटियों बाइक पर घूमने की जिद करने लगीं। परिजन ने दोनों बेटियों को भी साथ ले जाने काे कह दिया। सुनील ने तय कर लिया था बेटियों को मारकर सुसाइड करूंगा संभवत: पत्नी को प्रेमी के साथ देखने के बाद वह अंदर ही अंदर घुट रहा था। शायद उसने दोनों बेटियों को मारकर खुद भी मरने का इरादा बना लिया था। इसलिए साथ में हथौड़ी और रस्सी रख ली। गांव से निकलते समय किराना दुकान से बेटियों के लिए कुरकुरे, बिस्किट, पानी को बोतल और पेन खरीदा। परिवार का कहना है कि यहां से वह सीधे खेत के रास्ते जंगल पहुंचा होगा और दोनों बेटियों के सिर पर हथौड़ी से वार किया होगा। उसे लगा होगा कि बच्चियों की मौत हो गई, इसके बाद उसने बड़े-बड़े अक्षरों से दो पेज में सुसाइड नोट लिखा। कुछ दूर जंगल में जाकर फिर महुए के पेड़ से साथ लेकर आई रस्सी के फंदे से लटक गया। आरोपी सुनील भी है शादीशुदा, मर्डर केस में जेल में रहा आरोपी सुनील नागले भी शादीशुदा है। वह हरदा की शर्मा कॉलोनी में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। वह भी मिस्त्री का काम किया करता था। पड़ताल में पता चला है कि आरोपी सुनील, उसके भाई और पिता को किसी डॉक्टर की हत्या के एक मामले में सजा हुई थी। वह करीब 10 साल पहले भोपाल जेल से बाहर आया था। मृतक प्रदीप कुल्हारे और आरोपी सुनील एक ही समाज के थे और मिस्त्री थे। जिसके चलते वह आरती से मिलने के बहाने उसके घर आ जाया करता था। बेटे का शव देखते ही बिलख पड़े माता-पिता‎ भंवर तालाब गांव में 2 साल की सिया का शव दफनाया गया। बुधवार दोपहर प्रदीप का शव घर लाया गया तो उसे देखते ही मां कलाबाई और पिता रामबली बिलख ‎पड़े। मां उसके शव से लिपटकर रोते रहे। प्रदीप ‎का अंतिम संस्कार नर्मदा के नेमावर तट पर किया गया।‎ सुसाइड और हत्या दोनों एंगल पर जांच कर रही पुलिस एएसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि शुरुआती जांच में लग रहा है कि प्रदीप ने अपनी बेटियों को मारने के बाद सुसाइड किया होगा। पुलिस मृतक के पास मिले सुसाइड नोट की जांच करवा रही है। उसने पत्नी आरती (26) और उसके प्रेमी सुनील नागले को मौत का जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने प्रदीप को भी बेटियों की हत्या का आरोपी बनाया है। वहीं, प्रदीप को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में पत्नी आरती और उसके प्रेमी सुनील पिता रामदास नागले (45) निवासी शर्मा कॉलोनी हरदा को आरोपी बनाया है। जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया। यहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। दोस्त बोले- शांत स्वभाव का था प्रदीप प्रदीप के घर के सामने किराना दुकान चलाने ‎वाले मुकेश गोल्या ने कहा कि दाे दिन पहले करीब 4 बजे सुनील दुकान से कुरकुरे खरीदकर ले गया। उसके साथ ‎बाइक पर दोनों बेटियां भी थीं। पत्नी की मौत के बाद प्रदीप की यह दूसरी शादी थी। दूसरी पत्नी से ही दोनों बेटियां थीं। दोस्त नकुल कुल्हारे बताते हैं कि प्रदीप के साथ उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई की थी। उसने फिर मिस्त्री का काम ‎शुरू कर दिया था। वह बहुत शांत और गंभीर था। वह नशा भी नहीं करता था ओर हमेशा अपने काम से काम रखता था। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह ऐसा कदम उठा सकता है। इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- बच्ची की हत्या के आरोपी पिता ने की खुदकुशी:दो बेटियों पर हथौड़ी से किए वार; सुसाइड नोट में पत्नी के अफेयर का जिक्र