नर्मदा हो रही प्रदूषित, सेठानी घाट पर गंदगी:रोक के बाद भी हुए विसर्जन से अब प्रतिमाओं के अवशेष पड़े

नर्मदापुर में मां नर्मदा के प्राचीन सेठानी घाट समेत अन्य तटों पर गंदगी पसरी हुई है। चार दिन पहले हुए दुर्गा, शिव प्रतिमाओं के विसर्जन के कारण घाटों पर गंदगी जमा पड़ी है। जिससे नर्मदा स्नान व दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियां उठाना पड़ रहा है। नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त होने से बचाने के लिए प्रशासन ने कृत्रिम कुंड बनाया था, लेकिन इसके बाद भी नर्मदा के सेठानी घाट, कोरी घाट, पर्यटन घाट पर कई बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। जिससे अब सीढ़ियों के किनारे गंदगी जमा हो गई। प्रतिमा विसर्जन के अवशेष घाट किनारे ही पड़े हैं। जिनकी सफाई भी नहीं की गई। घाट के किनारे बड़े पैमाने पर पूजन सामग्री भी पड़ी है। मूर्तियों में लगे लोहे के एंगल, पटे, पटिए घाट के किनारे ही पड़े हैं। इन्हें बाहर नहीं निकाला गया। इस कारण सेठानी घाट पर स्नान करने आने वाले श्रद्धालु परेशानी हो रही है। नगरपालिका के स्वच्छता निरीक्षक कमलेश तिवारी का कहना है कि हम नर्मदा में फैले कचरे को साफ करा रहे है।

नर्मदा हो रही प्रदूषित, सेठानी घाट पर गंदगी:रोक के बाद भी हुए विसर्जन से अब प्रतिमाओं के अवशेष पड़े
नर्मदापुर में मां नर्मदा के प्राचीन सेठानी घाट समेत अन्य तटों पर गंदगी पसरी हुई है। चार दिन पहले हुए दुर्गा, शिव प्रतिमाओं के विसर्जन के कारण घाटों पर गंदगी जमा पड़ी है। जिससे नर्मदा स्नान व दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियां उठाना पड़ रहा है। नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त होने से बचाने के लिए प्रशासन ने कृत्रिम कुंड बनाया था, लेकिन इसके बाद भी नर्मदा के सेठानी घाट, कोरी घाट, पर्यटन घाट पर कई बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। जिससे अब सीढ़ियों के किनारे गंदगी जमा हो गई। प्रतिमा विसर्जन के अवशेष घाट किनारे ही पड़े हैं। जिनकी सफाई भी नहीं की गई। घाट के किनारे बड़े पैमाने पर पूजन सामग्री भी पड़ी है। मूर्तियों में लगे लोहे के एंगल, पटे, पटिए घाट के किनारे ही पड़े हैं। इन्हें बाहर नहीं निकाला गया। इस कारण सेठानी घाट पर स्नान करने आने वाले श्रद्धालु परेशानी हो रही है। नगरपालिका के स्वच्छता निरीक्षक कमलेश तिवारी का कहना है कि हम नर्मदा में फैले कचरे को साफ करा रहे है।