सरकारी राशन चोरी करने वालों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन:शिवपुरी में सहरिया क्रांति आंदोलन के सदस्यों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

शिवपुरी में सहरिया क्रांति आंदोलन के सदस्यों ने मंगलवार को सरकारी राशन दुकानों से राशन चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सदस्यों ने जिला कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया कि शिवपुरी में लगातार सरकारी राशन दुकानों से राशन की चोरी हो रही है। इसके चलते सहरिया क्रांति के सदस्यों ने मामले का पता लगाने की कोशिश की जिसमें उन्हें पता चला कि पूंजीपतियों के गोदामों में सरकारी दुकानों का राशन इकट्ठा कर ब्लैक मार्केट में बेचा जा रहा है। इसके बाद मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दी गई थी। सदस्यों की मांग है कि प्रशासन इस मामले की गंभीरता को समझते हुए निष्पक्ष और जल्द से जल्द कार्रवाई शुरू करे। ताकि गरीबों को उनका हक और दोषियों को सजा मिल सके। आरोपियों पर अधिक प्रभावी धाराएं लगाने की मांग ज्ञापन में कहा गया कि 3 सितंबर, 2024 को सहरिया क्रांति के प्रतिनिधियों की सूचना पर नीमडांडा स्वास्तिक सोरटेक्स इंडस्ट्री में छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी के दौरान 1418 क्विंटल गेहूं और चावल बरामद हुए थे। जो गरीबों के लिए पीडीएस के तहत वितरित किए जाने थे। लेकिन यह राशन अवैध तरीके से गोदाम में जमा किया जा रहा था। मामले में इंडस्ट्री के मालिक अभिषेक तायल और ट्रक मालिक संतोष तायल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। सहरिया क्रांति ने मांग की है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ और अधिक प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए, जैसे कि अमानत में खयानत, चोरी और धोखाधड़ी। इसके अलावा राशन की चोरी कहां से की गई और किन-किन सरकारी दुकानों से की गई। इसकी भी पूरी जांच की जाए। सभी आरोपियों की पहचान सार्वजनिक करने की मांग ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस रैकेट में शामिल अन्य गुप्त सहयोगियों और आरोपियों के नाम सार्वजनिक किए जाने के साथ उन्हें गिरफ्तार किया जाए। साथ ही एक अन्य महिला आरोपी जो इस रैकेट का संचालन कर रही है। उसकी पहचान छापेमारी के दौरान हुई है। उसे अब तक आरोपी नहीं बनाया गया है । सदस्यों की मांग है कि उस महिला और अन्य खुले घूम रहे आरोपियों पर भी जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप सहरिया क्रांति के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि थाना पुलिसकर्मी कर रहे है। इससे स्पष्ट होता है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। ज्ञापन में प्रशासन से यह भी अपील की गई कि इस मामले में खाद्य विभाग समेत उन सभी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाए, जो इस काले कारोबार में शामिल हो सकते हैं। जांच नहीं होने पर धरना देने की चेतावनी सदस्यों ने मामले की जल्द निष्पक्ष जांच नहीं किए जाने पर विशाल धरना और रैली करने की चेतावनी दी है। इस दौरान प्रदर्शन में सहरिया क्रांति के औतार भाई सहरिया, मोहर सिंह आदिवासी ,अजय आदिवासी ,जगतसिंह आदिवासी , केशव आदिवासी ,नीलेश आदिवासी , काडू आदिवासी ,शिशुपाल आदिवासी,सुरेन्द्र आदिवासी शामिल रहे।

सरकारी राशन चोरी करने वालों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन:शिवपुरी में सहरिया क्रांति आंदोलन के सदस्यों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
शिवपुरी में सहरिया क्रांति आंदोलन के सदस्यों ने मंगलवार को सरकारी राशन दुकानों से राशन चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सदस्यों ने जिला कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया कि शिवपुरी में लगातार सरकारी राशन दुकानों से राशन की चोरी हो रही है। इसके चलते सहरिया क्रांति के सदस्यों ने मामले का पता लगाने की कोशिश की जिसमें उन्हें पता चला कि पूंजीपतियों के गोदामों में सरकारी दुकानों का राशन इकट्ठा कर ब्लैक मार्केट में बेचा जा रहा है। इसके बाद मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दी गई थी। सदस्यों की मांग है कि प्रशासन इस मामले की गंभीरता को समझते हुए निष्पक्ष और जल्द से जल्द कार्रवाई शुरू करे। ताकि गरीबों को उनका हक और दोषियों को सजा मिल सके। आरोपियों पर अधिक प्रभावी धाराएं लगाने की मांग ज्ञापन में कहा गया कि 3 सितंबर, 2024 को सहरिया क्रांति के प्रतिनिधियों की सूचना पर नीमडांडा स्वास्तिक सोरटेक्स इंडस्ट्री में छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी के दौरान 1418 क्विंटल गेहूं और चावल बरामद हुए थे। जो गरीबों के लिए पीडीएस के तहत वितरित किए जाने थे। लेकिन यह राशन अवैध तरीके से गोदाम में जमा किया जा रहा था। मामले में इंडस्ट्री के मालिक अभिषेक तायल और ट्रक मालिक संतोष तायल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। सहरिया क्रांति ने मांग की है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ और अधिक प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए, जैसे कि अमानत में खयानत, चोरी और धोखाधड़ी। इसके अलावा राशन की चोरी कहां से की गई और किन-किन सरकारी दुकानों से की गई। इसकी भी पूरी जांच की जाए। सभी आरोपियों की पहचान सार्वजनिक करने की मांग ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस रैकेट में शामिल अन्य गुप्त सहयोगियों और आरोपियों के नाम सार्वजनिक किए जाने के साथ उन्हें गिरफ्तार किया जाए। साथ ही एक अन्य महिला आरोपी जो इस रैकेट का संचालन कर रही है। उसकी पहचान छापेमारी के दौरान हुई है। उसे अब तक आरोपी नहीं बनाया गया है । सदस्यों की मांग है कि उस महिला और अन्य खुले घूम रहे आरोपियों पर भी जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप सहरिया क्रांति के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि थाना पुलिसकर्मी कर रहे है। इससे स्पष्ट होता है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। ज्ञापन में प्रशासन से यह भी अपील की गई कि इस मामले में खाद्य विभाग समेत उन सभी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाए, जो इस काले कारोबार में शामिल हो सकते हैं। जांच नहीं होने पर धरना देने की चेतावनी सदस्यों ने मामले की जल्द निष्पक्ष जांच नहीं किए जाने पर विशाल धरना और रैली करने की चेतावनी दी है। इस दौरान प्रदर्शन में सहरिया क्रांति के औतार भाई सहरिया, मोहर सिंह आदिवासी ,अजय आदिवासी ,जगतसिंह आदिवासी , केशव आदिवासी ,नीलेश आदिवासी , काडू आदिवासी ,शिशुपाल आदिवासी,सुरेन्द्र आदिवासी शामिल रहे।