मीनाक्षी-तौकीर को हत्या के लिए मिले थे 50-50 हजार:पुलिस ने किया सीन रिक्रिएशन, नहर बंद कराकर आज इनोवा की चाबी-मोबाइल तलाश करेगी पुलिस

व्यापार में नुकसान और पार्टनर के बार-बार पैसा मांगने से परेशान होकर बचपन के दोस्त की हत्या करने वाले मास्टरमाइंड सहित उसकी प्रेमिका और ड्राइवर को कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड में भेजा है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि दोस्त नितेश विश्वकर्मा की हत्या करने वाले रमनदीप ने अपनी गर्लफ्रेंड और ड्राइवर को 50-50 हजार रुपए की सुपारी दी थी। प्लान यह भी था कि नितेश की हत्या को आत्महत्या बताने के बाद दोनों हाइवा और कंपनी पर कब्जा करते हुए नितेश का नाम काट देंगे, पर जबलपुर पुलिस ने चंद दिनों में नितेश विश्वकर्मा हत्याकांड का खुलासा कर दिया। नितेश 24 अगस्त को लापता हुए थे और 26 अगस्त की शाम को पुलिस को सर्चिंग के दौरान बरगी नहर में शव तैरता मिला था। रविवार को हुआ सीन रिक्रिएशन रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी और बरगी नगर चौकी प्रभारी सरिता पटेल रविवार को रमनदीप, उसकी गर्लफ्रेंड मीनाक्षी भाटिया और ड्राइवर तौकीर को लेकर घटनास्थल पहुंचे और सीन रिक्रिएट किया। पुलिस को यहां से अहम सुराग मिले हैं। इसके अलावा मृतक नितेश विश्वकर्मा की इनोवा कार क्रमांक MP20-CG-7482 से शराब की दो खाली बोतल, मीनाक्षी भाटिया की एक्टिवा की चाबी और सीट पर उसके बाल मिले हैं। नहर बंद कराकर चाबी तलाशेगी पुलिस 24 अगस्त की रात को नितेश विश्वकर्मा की हत्या कर मीनाक्षी और तौकीर ने उसकी लाश और दोनों मोबाइल नहर में फेंक दिए, जबकि इनोवा कार वहीं छोड़ दी। आरोपियों का अनुमान था कि मोबाइल और कार की चाबी फेंक देने से ऐसा लगेगा कि नितेश शराब के नशे में पानी में गिर गया और मौत हो गई। मास्टरमाइंड रमनदीप वॉट्सऐप कॉल पर जैसे-जैसे निर्देश दे रहा था, दोनों वैसा ही कर रहे थे। रविवार को नहर में मोबाइल और चाबी तलाश करने का प्रयास किया गया पर पानी अधिक होने के कारण सर्चिंग नहीं हो पाई। सोमवार को पुलिस बरगी बांध से नहर का पानी बंद करवाने के बाद फिर से तलाशी करेगी। नहर से दूर खड़ी थी इनोवा कार छद्म सबूत देखकर ऐसा लग रहा था कि नितेश शराब के नशे में नहर में डूब गया, पर घटनास्थल पर खून के ताजे धब्बे और नहर से काफी दूर कार खड़ी होने के कारण पुलिस को ये सबूत बनावटी लगे। बरगी नगर चौकी प्रभारी सरिता पटेल अपनी टीम के साथ जांच कर ही रही थीं। फिर इसमें रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी भी शामिल हो गए। दोनों ने सघनता से जांच में पाया कि यह दुर्घटना और आत्महत्या नहीं, हत्या है। दो बार हुआ पोस्ट मार्टम 26 अगस्त की शाम को घटनास्थल से करीब 8 किलोमीटर दूर नितेश की लाश मिली। बरगी नगर चौकी ने पंचनामा कार्रवाई करने के बाद मर्ग कायम किया और शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा। 27 अगस्त को पोस्ट मार्टम के बाद जब परिजन मृतक को अंतिम संस्कार के लिए घर ले जा रहे थे, उसी समय बरगी नगर चौकी प्रभारी और रांझी थाना प्रभारी ने मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम कराने की मांग की। घटना की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर एसपी इसमें इंवॉल्व हुए। आखिर बोर्ड के डाक्टरों ने पीएम किया, तो सिर पर गंभीर चोट के निशान मिले। रमन ने मीनाक्षी को मिलवाया था नितेश से मृतक नितेश और रमन दोनों रांझी में रहने के कारण एक-दूसरे को बचपन से जानते हैं। साथ में अक्सर घूमना, काम करने के कारण दोनों की दोस्ती भी अच्छी थी। करीब दो साल पहले रमन की मीनाक्षी भाटिया से मुलाकात हुई, जो उसकी पत्नी की कजिन सिस्टर है। मीनाक्षी गौर स्थित पसरीचा होटल में इवेंट मैनेजर का जाॅब करती थी। डेढ़ साल पहले रमन ने एक पार्टी के दौरान मीनाक्षी को नितेश से मिलवाया था, इसके बाद तीनों अक्सर साथ में बैठते और पार्टी करते। नितेश और मीनाक्षी की दोस्ती के बाद ये लोग कभी-कभी रमने की गैर मौजूदगी में मुलाकात भी करने लगे पर मीनाक्षी, रमनदीप को पसंद करती थी। हाइवा का हिसाब मांगा-हो गई दुश्मनी रमन और नितेश ने 2024 में दो हाइवा लेने के बाद एक कंपनी खोली। कुछ माह बाद जब नितेश ने हिसाब मांगा तो रमन ने यह कह दिया कि नुकसान हो गया है। 13 लाख रुपए देकर एक हाइवा तुम ले जाओ, इतना सुनते ही नितेश नाराज हो गया। इसके बाद नितेश की रमन से अक्सर हाइवा को लेकर बहस होने लगी। बात दोनों के परिवार तक पहुंची तो समझाया। रोज-रोज के विवाद से परेशान होकर रमनदीप ने नितेश को खत्म करने का प्लान बनाया। सब कुछ हुआ प्लान के मुताबिक सीएसपी सतीष कुमार साहू ने बताया कि दोनों बचपन के दोस्त थे। दो माह पहले व्यापार को लेकर विवाद होने पर रमन ने नितेश को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। रमन ने मीनाक्षी से रोज नितेश को फोन कर बात करने को कहा। मीनाक्षी वैसा ही करती रही। 24 अगस्त को मीनाक्षी ने वॉट्सऐप कॉल कर नितेश को पसरीजा होटल बुलाया। यहीं से बरगी डेम ले गई। रास्ते में दोनों ने शराब पी। इस दौरान होटल में ही बैठकर रमनदीप वॉट्सऐप कॉल से मीनाक्षी के संपर्क में रहा और तौकीर को पीछा करने लगाया। शराब के नशे में बेसुध हो गया था नितेश रांझी से इनोवा लेकर निकले नितेश ने शराब पी। होटल पहुंचा और फिर से मीनाक्षी के साथ शराब पी। बरगी पहुंचते-पहुंचते नितेश नशे में धुत हो गया। यही कारण है कि नहर किनारे कार से उतरने पर तौकीर ने लोहे की रॉड से उसके सिर पर बार कर दिया और फिर नहर में धक्का दे दिया। हत्या के बाद मीनाक्षी पहुंची होटल नितेश की हत्या के बाद मीनाक्षी ड्राइवर की बेलोरो से बरगी टोल नाका पहुंची, जहां पहले से ही रमनदीप अपनी किया सेलटोस कार में इंतजार कर रहा था। तौकीर ने वहां पर मीनाक्षी को छोड़ दिया। रमनदीप ने दोनों को 50-50 हजार रुपए दिए, जिसके बाद तौकीर वहां से आधारताल चला गया। रमनदीप ने मीनाक्षी को अपनी किया कार में बैठाया और फिर उसे मौसी के घर यादव कॉलोनी में छोड़कर वहां से रांझी अपने घर चला गया। सोमवार को एक बार फिर से पुलिस बरगी नहर में जाकर गोताखोरों की मदद से मृतक की कार की चाबी और मोबाइल तलाश करेगी। सभी आरोपी अभी पुलिस रिमांड में है। मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1.जबलपुर में बरगी नहर में मिला युवक का शव जबलपुर के रांझ

Sep 1, 2025 - 07:26
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मीनाक्षी-तौकीर को हत्या के लिए मिले थे 50-50 हजार:पुलिस ने किया सीन रिक्रिएशन, नहर बंद कराकर आज इनोवा की चाबी-मोबाइल तलाश करेगी पुलिस
व्यापार में नुकसान और पार्टनर के बार-बार पैसा मांगने से परेशान होकर बचपन के दोस्त की हत्या करने वाले मास्टरमाइंड सहित उसकी प्रेमिका और ड्राइवर को कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड में भेजा है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि दोस्त नितेश विश्वकर्मा की हत्या करने वाले रमनदीप ने अपनी गर्लफ्रेंड और ड्राइवर को 50-50 हजार रुपए की सुपारी दी थी। प्लान यह भी था कि नितेश की हत्या को आत्महत्या बताने के बाद दोनों हाइवा और कंपनी पर कब्जा करते हुए नितेश का नाम काट देंगे, पर जबलपुर पुलिस ने चंद दिनों में नितेश विश्वकर्मा हत्याकांड का खुलासा कर दिया। नितेश 24 अगस्त को लापता हुए थे और 26 अगस्त की शाम को पुलिस को सर्चिंग के दौरान बरगी नहर में शव तैरता मिला था। रविवार को हुआ सीन रिक्रिएशन रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी और बरगी नगर चौकी प्रभारी सरिता पटेल रविवार को रमनदीप, उसकी गर्लफ्रेंड मीनाक्षी भाटिया और ड्राइवर तौकीर को लेकर घटनास्थल पहुंचे और सीन रिक्रिएट किया। पुलिस को यहां से अहम सुराग मिले हैं। इसके अलावा मृतक नितेश विश्वकर्मा की इनोवा कार क्रमांक MP20-CG-7482 से शराब की दो खाली बोतल, मीनाक्षी भाटिया की एक्टिवा की चाबी और सीट पर उसके बाल मिले हैं। नहर बंद कराकर चाबी तलाशेगी पुलिस 24 अगस्त की रात को नितेश विश्वकर्मा की हत्या कर मीनाक्षी और तौकीर ने उसकी लाश और दोनों मोबाइल नहर में फेंक दिए, जबकि इनोवा कार वहीं छोड़ दी। आरोपियों का अनुमान था कि मोबाइल और कार की चाबी फेंक देने से ऐसा लगेगा कि नितेश शराब के नशे में पानी में गिर गया और मौत हो गई। मास्टरमाइंड रमनदीप वॉट्सऐप कॉल पर जैसे-जैसे निर्देश दे रहा था, दोनों वैसा ही कर रहे थे। रविवार को नहर में मोबाइल और चाबी तलाश करने का प्रयास किया गया पर पानी अधिक होने के कारण सर्चिंग नहीं हो पाई। सोमवार को पुलिस बरगी बांध से नहर का पानी बंद करवाने के बाद फिर से तलाशी करेगी। नहर से दूर खड़ी थी इनोवा कार छद्म सबूत देखकर ऐसा लग रहा था कि नितेश शराब के नशे में नहर में डूब गया, पर घटनास्थल पर खून के ताजे धब्बे और नहर से काफी दूर कार खड़ी होने के कारण पुलिस को ये सबूत बनावटी लगे। बरगी नगर चौकी प्रभारी सरिता पटेल अपनी टीम के साथ जांच कर ही रही थीं। फिर इसमें रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी भी शामिल हो गए। दोनों ने सघनता से जांच में पाया कि यह दुर्घटना और आत्महत्या नहीं, हत्या है। दो बार हुआ पोस्ट मार्टम 26 अगस्त की शाम को घटनास्थल से करीब 8 किलोमीटर दूर नितेश की लाश मिली। बरगी नगर चौकी ने पंचनामा कार्रवाई करने के बाद मर्ग कायम किया और शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा। 27 अगस्त को पोस्ट मार्टम के बाद जब परिजन मृतक को अंतिम संस्कार के लिए घर ले जा रहे थे, उसी समय बरगी नगर चौकी प्रभारी और रांझी थाना प्रभारी ने मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम कराने की मांग की। घटना की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर एसपी इसमें इंवॉल्व हुए। आखिर बोर्ड के डाक्टरों ने पीएम किया, तो सिर पर गंभीर चोट के निशान मिले। रमन ने मीनाक्षी को मिलवाया था नितेश से मृतक नितेश और रमन दोनों रांझी में रहने के कारण एक-दूसरे को बचपन से जानते हैं। साथ में अक्सर घूमना, काम करने के कारण दोनों की दोस्ती भी अच्छी थी। करीब दो साल पहले रमन की मीनाक्षी भाटिया से मुलाकात हुई, जो उसकी पत्नी की कजिन सिस्टर है। मीनाक्षी गौर स्थित पसरीचा होटल में इवेंट मैनेजर का जाॅब करती थी। डेढ़ साल पहले रमन ने एक पार्टी के दौरान मीनाक्षी को नितेश से मिलवाया था, इसके बाद तीनों अक्सर साथ में बैठते और पार्टी करते। नितेश और मीनाक्षी की दोस्ती के बाद ये लोग कभी-कभी रमने की गैर मौजूदगी में मुलाकात भी करने लगे पर मीनाक्षी, रमनदीप को पसंद करती थी। हाइवा का हिसाब मांगा-हो गई दुश्मनी रमन और नितेश ने 2024 में दो हाइवा लेने के बाद एक कंपनी खोली। कुछ माह बाद जब नितेश ने हिसाब मांगा तो रमन ने यह कह दिया कि नुकसान हो गया है। 13 लाख रुपए देकर एक हाइवा तुम ले जाओ, इतना सुनते ही नितेश नाराज हो गया। इसके बाद नितेश की रमन से अक्सर हाइवा को लेकर बहस होने लगी। बात दोनों के परिवार तक पहुंची तो समझाया। रोज-रोज के विवाद से परेशान होकर रमनदीप ने नितेश को खत्म करने का प्लान बनाया। सब कुछ हुआ प्लान के मुताबिक सीएसपी सतीष कुमार साहू ने बताया कि दोनों बचपन के दोस्त थे। दो माह पहले व्यापार को लेकर विवाद होने पर रमन ने नितेश को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। रमन ने मीनाक्षी से रोज नितेश को फोन कर बात करने को कहा। मीनाक्षी वैसा ही करती रही। 24 अगस्त को मीनाक्षी ने वॉट्सऐप कॉल कर नितेश को पसरीजा होटल बुलाया। यहीं से बरगी डेम ले गई। रास्ते में दोनों ने शराब पी। इस दौरान होटल में ही बैठकर रमनदीप वॉट्सऐप कॉल से मीनाक्षी के संपर्क में रहा और तौकीर को पीछा करने लगाया। शराब के नशे में बेसुध हो गया था नितेश रांझी से इनोवा लेकर निकले नितेश ने शराब पी। होटल पहुंचा और फिर से मीनाक्षी के साथ शराब पी। बरगी पहुंचते-पहुंचते नितेश नशे में धुत हो गया। यही कारण है कि नहर किनारे कार से उतरने पर तौकीर ने लोहे की रॉड से उसके सिर पर बार कर दिया और फिर नहर में धक्का दे दिया। हत्या के बाद मीनाक्षी पहुंची होटल नितेश की हत्या के बाद मीनाक्षी ड्राइवर की बेलोरो से बरगी टोल नाका पहुंची, जहां पहले से ही रमनदीप अपनी किया सेलटोस कार में इंतजार कर रहा था। तौकीर ने वहां पर मीनाक्षी को छोड़ दिया। रमनदीप ने दोनों को 50-50 हजार रुपए दिए, जिसके बाद तौकीर वहां से आधारताल चला गया। रमनदीप ने मीनाक्षी को अपनी किया कार में बैठाया और फिर उसे मौसी के घर यादव कॉलोनी में छोड़कर वहां से रांझी अपने घर चला गया। सोमवार को एक बार फिर से पुलिस बरगी नहर में जाकर गोताखोरों की मदद से मृतक की कार की चाबी और मोबाइल तलाश करेगी। सभी आरोपी अभी पुलिस रिमांड में है। मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1.जबलपुर में बरगी नहर में मिला युवक का शव जबलपुर के रांझी क्षेत्र में रहने वाले 26 साल के युवक का शव नर्मदा नहर में मिला है। मृतक का नाम नितेश विश्वकर्मा है, जो 24 अगस्त की रात को कार लेकर घर से निकला था। अगले दिन 25 अगस्त की सुबह बरगी नगर पुलिस चौकी को सूचना मिली कि एक कार नहर के किनारे खड़ी है और आसपास खून भी पड़ा हुआ है। पढ़ें पूरी खबर... 2.जबलपुर में बचपन के दोस्त ने रची हत्या की साजिश जबलपुर में एक युवक नितेश विश्वकर्मा की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 24 अगस्त की रात घर से निकले नितेश की लाश 26 अगस्त को बरगी के सगड़ा नहर में मिली थी। शुरुआत में इसे आत्महत्या समझा गया, लेकिन पीएम रिपोर्ट और पुलिस जांच में सामने आया कि नितेश की हत्या की गई थी। हत्या की साजिश उसके बचपन के दोस्त रमनदीप, गर्लफ्रेंड मीनाक्षी और ड्राइवर तौकीर ने मिलकर रची थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर...