अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आगर मालवा में बुजुर्गों का सम्मान:कलेक्टर प्रीति यादव ने वृद्धाश्रमों को बताया 'अच्छा विकल्प'
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आगर मालवा में बुजुर्गों का सम्मान:कलेक्टर प्रीति यादव ने वृद्धाश्रमों को बताया 'अच्छा विकल्प'
आगर मालवा में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (1 अक्टूबर) पर जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ। इस दौरान कलेक्टर प्रीति यादव मंच से उतरकर स्वयं बुजुर्गों के पास पहुंची। उन्हें शॉल, श्रीफल और पुष्पमालाएं पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मौजूद न्यायाधीशों और अन्य अधिकारियों ने भी वृद्धजनों का सम्मान किया। कलेक्टर प्रीति यादव ने अपने संबोधन में बदलते सामाजिक परिदृश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब पति-पत्नी दोनों नौकरी करते हैं, तो घर में बुजुर्ग अकसर अकेले रह जाते हैं। कलेक्टर ने कहा, "ऐसी स्थिति में वृद्धाश्रम एक अच्छा विकल्प हो सकता है। बशर्ते वहां सभी आवश्यक सुविधाएं और देखभाल की व्यवस्था उच्च स्तर की हो।" कलेक्टर के इस विचार ने समाज में बुजुर्गों की देखभाल और उनके सम्मान को लेकर एक सकारात्मक चर्चा को जन्म दिया है। कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट जज डीएस चौहान, मुख्य न्यायाधीश अरुण कुमार, एसडीएम मिलिंद ढ़ोके, कृषि उप संचालक विजय चौरसिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी अश्विनी सिंह के साथ-साथ समाजसेवी सुधीर जैन, अंकुश भटनागर, मुकेश पाटीदार और अपना घर आश्रम संचालिका मीना जयंत सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में वृद्धजन मौजूद थे।
आगर मालवा में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (1 अक्टूबर) पर जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ। इस दौरान कलेक्टर प्रीति यादव मंच से उतरकर स्वयं बुजुर्गों के पास पहुंची। उन्हें शॉल, श्रीफल और पुष्पमालाएं पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मौजूद न्यायाधीशों और अन्य अधिकारियों ने भी वृद्धजनों का सम्मान किया। कलेक्टर प्रीति यादव ने अपने संबोधन में बदलते सामाजिक परिदृश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब पति-पत्नी दोनों नौकरी करते हैं, तो घर में बुजुर्ग अकसर अकेले रह जाते हैं। कलेक्टर ने कहा, "ऐसी स्थिति में वृद्धाश्रम एक अच्छा विकल्प हो सकता है। बशर्ते वहां सभी आवश्यक सुविधाएं और देखभाल की व्यवस्था उच्च स्तर की हो।" कलेक्टर के इस विचार ने समाज में बुजुर्गों की देखभाल और उनके सम्मान को लेकर एक सकारात्मक चर्चा को जन्म दिया है। कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट जज डीएस चौहान, मुख्य न्यायाधीश अरुण कुमार, एसडीएम मिलिंद ढ़ोके, कृषि उप संचालक विजय चौरसिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी अश्विनी सिंह के साथ-साथ समाजसेवी सुधीर जैन, अंकुश भटनागर, मुकेश पाटीदार और अपना घर आश्रम संचालिका मीना जयंत सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में वृद्धजन मौजूद थे।