मेट्रो स्टेशन का विरोध, बजी 'रघुपति राघव राजाराम' की धुन:इंदौर में प्रदर्शनकारियों ने एमडी का पुतला फूंका; मंत्री विजयवर्गीय के आश्वासन के बावजूद रहवासी आक्रोशित
किसी की मौत के बाद जब उसकी अंतिम यात्रा निकाली जाती है, उस वक्त बैंड पर धुन बजाई जाती है। रघुपति राघव राजाराम...। आज यही धुन छोटा गणपति मंदिर के सामने उस वक्त बजाई गई, जब यहां लोग प्रदर्शन करते हुए मेट्रो एमडी का पुतला फूंक रहे थे। खास बात यह है कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे मल्हारगंज क्षेत्र के हैं। यहां पर मेट्रो स्टेशन बन रहा है। इसे लेकर हाल ही में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक बड़ी बैठक ली थी। इसमें यह स्पष्ट किया गया कि मल्हारगंज में मेट्रो स्टेशन बनेगा, लेकिन एक नई टेक्नोलॉजी का उपयोग होगा और किसी का गमला तक नहीं टूटेगा। इसके बावजूद यहां के लोगों में आक्रोश है। यहां मेट्रो स्टेशन को लेकर लगातार रहवासियों-व्यापारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रविवार को भी यहां लोगों ने प्रदर्शन किया। यहीं पास में बैंड वालों की भी दुकान लगती है। विरोध करने वालों ने इंदौर मेट्रो एमडी कृष्णा चैतन्य का पुतला बनाया, जिसके बाद यहां बैंड वालों को बुलवाया गया। जिस प्रकार अंतिम यात्रा में रघुपति राघव राजाराम की धुन बजाई जाती है, वैसी ही धुन पुतला लगाने के बाद बजवाई गई। बैंड वालों ने भी जमकर बजाई रघुपति राघव राजाराम की धुन प्रदर्शन के दौरान यहां पर रोड के किनारे एक पुतला खड़ा किया गया। लोगों ने 'हाय-हाय' के नारे लगाए। इसके बाद बैंड वाले अपने हाथों में वाद्य यंत्र लेकर पहुंचे और पुतले के पास खड़े होकर जमकर रघुपति राघव राजाराम की धुन बजाई। इस दौरान लोग 'मेट्रो प्रशासन हाय-हाय' और 'मेट्रो प्रशासन की तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाते रहे। बता दें कि इससे पहले भी व्यापारी और रहवासी प्रदर्शन कर अपना विरोध जता चुके हैं। पेट्रोल डालकर फूंक दिया पुतला एक तरफ जहां बैंड वाले रघुपति राघव राजाराम की धुन बजा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ विरोध करने वाले लोगों ने पुतले पर पेट्रोल डाला और उसे फूंक दिया। गौरतलब है कि 3 नवंबर को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो को लेकर मैराथन बैठक ली थी। इसमें उन्होंने कहा था कि एमजी रोड पर मेट्रो अंडरग्राउंड चलेगी। मल्हारगंज स्टेशन बनेगा, लेकिन यहां किसी भी मकान या दुकान को नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसमें नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। जैसे दिल्ली में चांदनी चौक में मशीन का उपयोग किया गया था। वैसे ही एक मशीन यहां गड्ढा करेगी। उन्होंने कहा था कि वे वहां के लोगों के साथ मीटिंग करेंगे और उन्हें समझाएंगे कि मेट्रो वालों को काम करने दें। यहां एक भी गमला नहीं टूटेगा, जहां जो जैसा है, वहीं वैसा ही रहेगा। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
किसी की मौत के बाद जब उसकी अंतिम यात्रा निकाली जाती है, उस वक्त बैंड पर धुन बजाई जाती है। रघुपति राघव राजाराम...। आज यही धुन छोटा गणपति मंदिर के सामने उस वक्त बजाई गई, जब यहां लोग प्रदर्शन करते हुए मेट्रो एमडी का पुतला फूंक रहे थे। खास बात यह है कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे मल्हारगंज क्षेत्र के हैं। यहां पर मेट्रो स्टेशन बन रहा है। इसे लेकर हाल ही में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक बड़ी बैठक ली थी। इसमें यह स्पष्ट किया गया कि मल्हारगंज में मेट्रो स्टेशन बनेगा, लेकिन एक नई टेक्नोलॉजी का उपयोग होगा और किसी का गमला तक नहीं टूटेगा। इसके बावजूद यहां के लोगों में आक्रोश है। यहां मेट्रो स्टेशन को लेकर लगातार रहवासियों-व्यापारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रविवार को भी यहां लोगों ने प्रदर्शन किया। यहीं पास में बैंड वालों की भी दुकान लगती है। विरोध करने वालों ने इंदौर मेट्रो एमडी कृष्णा चैतन्य का पुतला बनाया, जिसके बाद यहां बैंड वालों को बुलवाया गया। जिस प्रकार अंतिम यात्रा में रघुपति राघव राजाराम की धुन बजाई जाती है, वैसी ही धुन पुतला लगाने के बाद बजवाई गई। बैंड वालों ने भी जमकर बजाई रघुपति राघव राजाराम की धुन प्रदर्शन के दौरान यहां पर रोड के किनारे एक पुतला खड़ा किया गया। लोगों ने 'हाय-हाय' के नारे लगाए। इसके बाद बैंड वाले अपने हाथों में वाद्य यंत्र लेकर पहुंचे और पुतले के पास खड़े होकर जमकर रघुपति राघव राजाराम की धुन बजाई। इस दौरान लोग 'मेट्रो प्रशासन हाय-हाय' और 'मेट्रो प्रशासन की तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाते रहे। बता दें कि इससे पहले भी व्यापारी और रहवासी प्रदर्शन कर अपना विरोध जता चुके हैं। पेट्रोल डालकर फूंक दिया पुतला एक तरफ जहां बैंड वाले रघुपति राघव राजाराम की धुन बजा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ विरोध करने वाले लोगों ने पुतले पर पेट्रोल डाला और उसे फूंक दिया। गौरतलब है कि 3 नवंबर को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो को लेकर मैराथन बैठक ली थी। इसमें उन्होंने कहा था कि एमजी रोड पर मेट्रो अंडरग्राउंड चलेगी। मल्हारगंज स्टेशन बनेगा, लेकिन यहां किसी भी मकान या दुकान को नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसमें नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। जैसे दिल्ली में चांदनी चौक में मशीन का उपयोग किया गया था। वैसे ही एक मशीन यहां गड्ढा करेगी। उन्होंने कहा था कि वे वहां के लोगों के साथ मीटिंग करेंगे और उन्हें समझाएंगे कि मेट्रो वालों को काम करने दें। यहां एक भी गमला नहीं टूटेगा, जहां जो जैसा है, वहीं वैसा ही रहेगा। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।