मन्नत पूरी कर लौट रहे थे, कार खाई में गिरी:चार युवकों की मौत, गांव में बांटने वाले थे प्रसाद; आज होगा अंतिम संस्कार

जबलपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर सोमती नदी में तेज रफ्तार एसयूवी पुल से गिर गई। हादसे में एक ही समाज के चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी है। हादसा उस वक्त हुआ जब कार ( MP04 BA 6954) में सवार 6 युवक नरसिंहपुर स्थित दूल्हा देव मंदिर से दर्शन कर जबलपुर लौट रहे थे। उन्होंने अच्छी फसल के लिए मन्नत मांगी थी, जिसे पूरा करने मंदिर गए थे। दो दिन पहले बना था दर्शन का प्लान कार में सवार सभी युवक जबलपुर के चौकीताल गांव के रहने वाले और आपस में रिश्तेदार थे। दो दिन पहले उन्होंने तय किया था कि रामनवमी के बाद दूल्हा देव के दर्शन करने जाएंगे। गुरुवार सुबह करीब 9 बजे किशन पटेल (35), महेंद्र पटेल (35), सागर पटेल (17), राजेंद्र पटेल (36), गोविंद पटेल (35) और जितेंद्र पटेल (34) मंदिर के लिए रवाना हुए। दर्शन के बाद दोपहर करीब 1 बजे वे नरसिंहपुर से जबलपुर लौटने लगे। रास्ते में महेंद्र ने किशन से ड्राइविंग छोड़ने की बात कही, लेकिन किशन खुद गाड़ी चलाने पर अड़ा रहा। करीब साढ़े तीन बजे हादसा हुआ और गाड़ी पुल से नीचे गिर गई। बकरे की दी थी प्रतीकात्मक बलि युवकों ने मंदिर में बकरे की प्रतीकात्मक बलि थी। घर लौटकर वो समाज में प्रसाद बांटने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही यह हादसा हो गया। ग्रामीण आशीष पटेल ने बताया कि ये सभी युवक मन्नत पूरी होने के बाद दर्शन के लिए गए थे। उन्होंने अच्छी फसल के लिए मन्नत मानी थी। मृतकों में सागर पटेल फर्स्ट ईयर का छात्र था और उसने आखिरी वक्त में साथ चलने का फैसला लिया था। आशीष के अनुसार जिस पुल पर हादसा हुआ वह बेहद संकरा है और वहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। राजेंद्र-जितेंद्र भाई, खेती करते थे राजेंद्र और उसका छोटा भाई जितेंद्र (जो गंभीर रूप से घायल है) हर बार साथ ही सफर करते थे। गुरुवार को भी जब किशन ने प्लान बनाया, तो पहले जितेंद्र तैयार हुआ। उसे जाते देख राजेंद्र भी साथ चल पड़ा। गांव में जैसे ही चार युवकों की मौत की खबर पहुंची, मातम छा गया। राजेंद्र के परिवार में पांच भाई हैं, जो खेती करते हैं। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार शाम जैसे ही गांव में हादसे की खबर पहुंची, पूरा गांव शोक में डूब गया। किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। कुछ घंटे पहले ही जो युवक गांव से निकले थे, उनके निधन की खबर किसी को यकीन नहीं हो रही थी। चारों युवकों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा। घायलों की हालत नाजुक हादसे में घायल मनोज प्रताप पटेल और जितेंद्र पटेल की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। दोनों को सिर और पेट में गंभीर चोटें आई हैं और वे आईसीयू में भर्ती हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। बताया जा रहा है कि मृतक भेड़ाघाट नगर परिषद अध्यक्ष के रिश्तेदार हैं। चरगवां थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अभिषेक प्यासी ने बताया कि घायलों की हालत स्थिर है, लेकिन वे अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।

मन्नत पूरी कर लौट रहे थे, कार खाई में गिरी:चार युवकों की मौत, गांव में बांटने वाले थे प्रसाद; आज होगा अंतिम संस्कार
जबलपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर सोमती नदी में तेज रफ्तार एसयूवी पुल से गिर गई। हादसे में एक ही समाज के चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी है। हादसा उस वक्त हुआ जब कार ( MP04 BA 6954) में सवार 6 युवक नरसिंहपुर स्थित दूल्हा देव मंदिर से दर्शन कर जबलपुर लौट रहे थे। उन्होंने अच्छी फसल के लिए मन्नत मांगी थी, जिसे पूरा करने मंदिर गए थे। दो दिन पहले बना था दर्शन का प्लान कार में सवार सभी युवक जबलपुर के चौकीताल गांव के रहने वाले और आपस में रिश्तेदार थे। दो दिन पहले उन्होंने तय किया था कि रामनवमी के बाद दूल्हा देव के दर्शन करने जाएंगे। गुरुवार सुबह करीब 9 बजे किशन पटेल (35), महेंद्र पटेल (35), सागर पटेल (17), राजेंद्र पटेल (36), गोविंद पटेल (35) और जितेंद्र पटेल (34) मंदिर के लिए रवाना हुए। दर्शन के बाद दोपहर करीब 1 बजे वे नरसिंहपुर से जबलपुर लौटने लगे। रास्ते में महेंद्र ने किशन से ड्राइविंग छोड़ने की बात कही, लेकिन किशन खुद गाड़ी चलाने पर अड़ा रहा। करीब साढ़े तीन बजे हादसा हुआ और गाड़ी पुल से नीचे गिर गई। बकरे की दी थी प्रतीकात्मक बलि युवकों ने मंदिर में बकरे की प्रतीकात्मक बलि थी। घर लौटकर वो समाज में प्रसाद बांटने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही यह हादसा हो गया। ग्रामीण आशीष पटेल ने बताया कि ये सभी युवक मन्नत पूरी होने के बाद दर्शन के लिए गए थे। उन्होंने अच्छी फसल के लिए मन्नत मानी थी। मृतकों में सागर पटेल फर्स्ट ईयर का छात्र था और उसने आखिरी वक्त में साथ चलने का फैसला लिया था। आशीष के अनुसार जिस पुल पर हादसा हुआ वह बेहद संकरा है और वहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। राजेंद्र-जितेंद्र भाई, खेती करते थे राजेंद्र और उसका छोटा भाई जितेंद्र (जो गंभीर रूप से घायल है) हर बार साथ ही सफर करते थे। गुरुवार को भी जब किशन ने प्लान बनाया, तो पहले जितेंद्र तैयार हुआ। उसे जाते देख राजेंद्र भी साथ चल पड़ा। गांव में जैसे ही चार युवकों की मौत की खबर पहुंची, मातम छा गया। राजेंद्र के परिवार में पांच भाई हैं, जो खेती करते हैं। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार शाम जैसे ही गांव में हादसे की खबर पहुंची, पूरा गांव शोक में डूब गया। किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। कुछ घंटे पहले ही जो युवक गांव से निकले थे, उनके निधन की खबर किसी को यकीन नहीं हो रही थी। चारों युवकों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा। घायलों की हालत नाजुक हादसे में घायल मनोज प्रताप पटेल और जितेंद्र पटेल की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। दोनों को सिर और पेट में गंभीर चोटें आई हैं और वे आईसीयू में भर्ती हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। बताया जा रहा है कि मृतक भेड़ाघाट नगर परिषद अध्यक्ष के रिश्तेदार हैं। चरगवां थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अभिषेक प्यासी ने बताया कि घायलों की हालत स्थिर है, लेकिन वे अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।