45 वर्षीय सरकारी टीचर की हार्ट अटैक से मौत:घबराहट के बाद निढाल होकर गिरे; अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
45 वर्षीय सरकारी टीचर की हार्ट अटैक से मौत:घबराहट के बाद निढाल होकर गिरे; अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
जिले के आरोन इलाके में पदस्थ एक सरकारी टीचर की आज(रविवार) सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई। कल तक वह पूरी तरह ठीक थे। सुबह अचानक उन्हें बेचैनी हुई और वो निढाल होकर गिर पड़े। परिवार वाले उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोन के ग्राम बनवीरखेड़ी निवासी रामप्रकाश शर्मा(45) सरकारी टीचर थे। वह आरोन इलाके में ही पदस्थ थे। रविवार सुबह 7 बजे के आसपास उन्हें घबराहट, बेचैनी हुई। कुछ पल में ही वह निढाल होकर गिर पड़े।मृत्यु की वजह हार्ट फैल होना बताया है। रामप्रकाश शर्मा, चार भाइयों श्रीलाल शर्मा, महेश शर्मा और रामस्वरूप शर्मा में सबसे छोटे थे। उनका एक बेटा रोहित स्कूल में पढ़ता है। अंतिम संस्कार ग्राम बनवीर खेड़ी में दोपहर 12 बजे किया जाएगा। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना महामारी के बाद देखा जा रहा है कि मौसमी बीमारियां भी स्वरूप बदल चुकी हैं और वायरल बुखार जैसी बीमारी में चिकनगुनिया, मलेरिया, टाइफाइड जैसे तमाम लक्षण मिल रहे हैं। डॉक्टर्स की क्लिनिक पर बीमारों की लंबी लंबी कतारें अभी भी लग रही हैं। जबकि दिवाली तक इनमें काफी कमी आ जाती थी। मरीजों के ब्लड टेस्ट में सिर्फ इन्फेक्शन होने की रिपोर्ट आ रही है। इन्फेक्शन क्यों है, इसे लेकर डॉक्टर भी कन्फ्यूज है। एंटी बायोटिक, एंटी बैक्टिरियल, एंटी एलर्जी और कई मामलों में एंटी फंगल मेडिसिन दी जा रही है। लेकिन मरीज को कई दिनों तक आराम नहीं मिल रहा है। मौसम में ठंडक आते ही हार्ट अटैक के मामले फिर सामने आने लगे हैं। पिछले साल भी इस मौसम में कई युवाओं की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। इनके सबसे ज्यादा 20 से 50 साल के व्यक्ति शामिल थे। इन दिनों अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ लगी हुई है। कई बीमारियों के लक्षण मरीज के दिखते हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट में कुछ नहीं आ रहा है। इस कारण डॉक्टर भी वायरल मानकर बीमारी का इलाज कर रहे हैं। अधिकतर मरीजों में एक जैसे ही लक्षण दिख रहे हैं।
जिले के आरोन इलाके में पदस्थ एक सरकारी टीचर की आज(रविवार) सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई। कल तक वह पूरी तरह ठीक थे। सुबह अचानक उन्हें बेचैनी हुई और वो निढाल होकर गिर पड़े। परिवार वाले उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोन के ग्राम बनवीरखेड़ी निवासी रामप्रकाश शर्मा(45) सरकारी टीचर थे। वह आरोन इलाके में ही पदस्थ थे। रविवार सुबह 7 बजे के आसपास उन्हें घबराहट, बेचैनी हुई। कुछ पल में ही वह निढाल होकर गिर पड़े।मृत्यु की वजह हार्ट फैल होना बताया है। रामप्रकाश शर्मा, चार भाइयों श्रीलाल शर्मा, महेश शर्मा और रामस्वरूप शर्मा में सबसे छोटे थे। उनका एक बेटा रोहित स्कूल में पढ़ता है। अंतिम संस्कार ग्राम बनवीर खेड़ी में दोपहर 12 बजे किया जाएगा। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना महामारी के बाद देखा जा रहा है कि मौसमी बीमारियां भी स्वरूप बदल चुकी हैं और वायरल बुखार जैसी बीमारी में चिकनगुनिया, मलेरिया, टाइफाइड जैसे तमाम लक्षण मिल रहे हैं। डॉक्टर्स की क्लिनिक पर बीमारों की लंबी लंबी कतारें अभी भी लग रही हैं। जबकि दिवाली तक इनमें काफी कमी आ जाती थी। मरीजों के ब्लड टेस्ट में सिर्फ इन्फेक्शन होने की रिपोर्ट आ रही है। इन्फेक्शन क्यों है, इसे लेकर डॉक्टर भी कन्फ्यूज है। एंटी बायोटिक, एंटी बैक्टिरियल, एंटी एलर्जी और कई मामलों में एंटी फंगल मेडिसिन दी जा रही है। लेकिन मरीज को कई दिनों तक आराम नहीं मिल रहा है। मौसम में ठंडक आते ही हार्ट अटैक के मामले फिर सामने आने लगे हैं। पिछले साल भी इस मौसम में कई युवाओं की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। इनके सबसे ज्यादा 20 से 50 साल के व्यक्ति शामिल थे। इन दिनों अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ लगी हुई है। कई बीमारियों के लक्षण मरीज के दिखते हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट में कुछ नहीं आ रहा है। इस कारण डॉक्टर भी वायरल मानकर बीमारी का इलाज कर रहे हैं। अधिकतर मरीजों में एक जैसे ही लक्षण दिख रहे हैं।