सतना में 40 फीट ऊंचे रावण का दहन:शहर में निकली श्रीराम की शोभायात्रा,

सतना में विजयादशमी का मुख्य समारोह व्यंकट 1 स्कूल के पीछे मैदान पर आयोजित किया गया। शाम 5 बजे से श्री बिहारी रामलीला समाज के कलाकारों ने रावण वध का मंचन किया। इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा सहित कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। राम-लक्ष्मण जानकी रथ पर सवार होकर निकले रामलीला मंचन के बाद देर शाम 7:20 बजे 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। आतिशबाजी के बीच रावण दहन होने के बाद भगवान श्रीराम, जानकी और लक्ष्मण रथ पर सवार होकर शहर भ्रमण के लिए निकले। इस चल समारोह में प्रभु श्रीराम के रथ के पीछे मां दुर्गा की प्रतिमाओं की झांकियां भी शामिल थीं। शोभायात्रा का शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया। अग्रसेन चौक में अग्रसेन समाज ने प्रभु श्रीराम की आरती उतारी। बिहारी चौक और पन्नीलाल चौक में भी शहरवासियों ने शोभायात्रा का स्वागत किया। यह शोभायात्रा धवारी चौराहा, सिटी कोतवाली, जय स्तम्भ चौक, बिहारी चौक, पन्नीलाल चौक, अस्पताल चौक, पुराना नगर निगम तिराहा, हनुमान चौक, फूलचंद चौक, लालता चौक, जवाहर चौक, सुभाष चौक से होते हुए देर रात गांधी चौक स्थित बिहारी मंदिर पहुंची। चल समारोह देखने जुटी भारी भीड़ चल समारोह को देखने के लिए शहर के हर प्रमुख मार्ग पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। विशेष रूप से बाजार क्षेत्र में, जहां से भगवान श्रीराम की शोभायात्रा गुजरनी थी, वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा। जगमग लाइटिंग के बीच लोग शोभायात्रा देखने के लिए उत्सुक थे। शहर में परंपरागत तरीके से श्री डालीबाबा रामलीला समाज ने भी मैत्री पार्क स्थित मैदान में 52 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया। इसके बाद रथ पर सवार प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा सेमरिया चौक, कृष्ण नगर, नगर निगम तिराहा, हनुमान चौक, फूलचंद चौक से लालता चौक, गांधी चौक, जयस्तंभ, अग्रसेन चौक, गोशाला चौक, डालीबाबा होते हुए श्री डालीबाबा आश्रम में समाप्त हुई। इस दौरान भी शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। देखें तस्वीरें

सतना में 40 फीट ऊंचे रावण का दहन:शहर में निकली श्रीराम की शोभायात्रा,
सतना में विजयादशमी का मुख्य समारोह व्यंकट 1 स्कूल के पीछे मैदान पर आयोजित किया गया। शाम 5 बजे से श्री बिहारी रामलीला समाज के कलाकारों ने रावण वध का मंचन किया। इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा सहित कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। राम-लक्ष्मण जानकी रथ पर सवार होकर निकले रामलीला मंचन के बाद देर शाम 7:20 बजे 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। आतिशबाजी के बीच रावण दहन होने के बाद भगवान श्रीराम, जानकी और लक्ष्मण रथ पर सवार होकर शहर भ्रमण के लिए निकले। इस चल समारोह में प्रभु श्रीराम के रथ के पीछे मां दुर्गा की प्रतिमाओं की झांकियां भी शामिल थीं। शोभायात्रा का शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया। अग्रसेन चौक में अग्रसेन समाज ने प्रभु श्रीराम की आरती उतारी। बिहारी चौक और पन्नीलाल चौक में भी शहरवासियों ने शोभायात्रा का स्वागत किया। यह शोभायात्रा धवारी चौराहा, सिटी कोतवाली, जय स्तम्भ चौक, बिहारी चौक, पन्नीलाल चौक, अस्पताल चौक, पुराना नगर निगम तिराहा, हनुमान चौक, फूलचंद चौक, लालता चौक, जवाहर चौक, सुभाष चौक से होते हुए देर रात गांधी चौक स्थित बिहारी मंदिर पहुंची। चल समारोह देखने जुटी भारी भीड़ चल समारोह को देखने के लिए शहर के हर प्रमुख मार्ग पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। विशेष रूप से बाजार क्षेत्र में, जहां से भगवान श्रीराम की शोभायात्रा गुजरनी थी, वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा। जगमग लाइटिंग के बीच लोग शोभायात्रा देखने के लिए उत्सुक थे। शहर में परंपरागत तरीके से श्री डालीबाबा रामलीला समाज ने भी मैत्री पार्क स्थित मैदान में 52 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया। इसके बाद रथ पर सवार प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा सेमरिया चौक, कृष्ण नगर, नगर निगम तिराहा, हनुमान चौक, फूलचंद चौक से लालता चौक, गांधी चौक, जयस्तंभ, अग्रसेन चौक, गोशाला चौक, डालीबाबा होते हुए श्री डालीबाबा आश्रम में समाप्त हुई। इस दौरान भी शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। देखें तस्वीरें